जयपुर. गुलाबी सर्दी के बीच आज से साहित्य का महाकुंभ शुरू होने जा रहा है. इस साल जेएलएफ डेकोर की थीम 'उत्सव' रखी गई है. इसमें राजस्थानी रंगों के साथ भारतीय शादियों की धूमधाम, संगीत और उत्सव के साथ भारतीय परंपरा का नजारा देखने को मिलेगा. आज सुबह 9:50 बजे फ्रंट लॉन में उद्घाटन सत्र के साथ जेएलएफ का आगाज होगा. इसमें कीनोट एड्रेस नोबेल प्राइज विजेता अब्दुलरजाक गुरनाह का रहेगा.
भाषाओं की विविधता : कहानी कहने की अपनी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए जयपुर में एक बार फिर साहित्य उत्सव मनाया जाएगा. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 16वें सीजन में देश-विदेश की श्रेष्ठ प्रतिभाएं हिस्सा लेंगी. इस संस्करण में श्रोताओं को भाषाओं की विविधता देखने को मिलेगी. इसमें 21 भारतीय और 14 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं को फेस्टिवल के 5 वेन्यू पर प्रस्तुत किया जाएगा. फेस्टिवल इस बार करीब 400 वक्ताओं की मेजबानी करेगा. इसमें नोबेल, बुकर, इंटरनेशनल बुकर, पुलित्जर, साहित्य अकादमी, बैली गिफर्ड, पेन अमेरिका लिटरेरी अवार्ड, डीएससी प्राइज, जेसीबी प्राइज से सम्मानित लेखक हिस्सा लेंगे.
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समाज और वर्तमान समय से जुड़े विषयों पर चर्चा : जेएलएफ के इस संस्करण में समाज और समय की जरूरतों को ध्यान रखते हुए, कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी. इसमें जलवायु परिवर्तन, महिलाओं की आवाज और पहचान, अपराध कथा, संस्मरण, अनुवाद, काव्य, अर्थव्यवस्था, टेक मोरालिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कृषि में वैश्विक संकट, रूस-यूक्रेन विवाद, ब्रिटिश साम्राज्य की हिंसा, आधुनिक समय का विज्ञान, भारत के 75 वर्ष, विभाजन की याद, जिओ पॉलिटिक्स, कला और फोटोग्राफी, स्वास्थ्य और मेडिसिन जैसे विषय शामिल किए गए हैं.
प्रमुख अवार्ड से सम्मानित लेखक करेंगे शिरकत : फेस्टिवल में शामिल होने वाले प्रमुख वक्ताओं में नोबेल प्राइज से सम्मानित अब्दुलरजाक गुरनाह, इतिहासकार पटकथाकार और ब्रॉडकास्टर एलेक्स वोन तुन्ज़ेलमन, प्रकाशक एलेक्सेंड्रा प्रिंगल, राजनयिक और लेखक अमीश, जी20 शेरपा ऑफ़ इंडिया अमिताभ कांत, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवयित्री अनामिका, एसवीपी एस्सार ग्रुप एविड लर्निंग के सीईओ असद लालजी, भारत के लेखक अश्विन सांघी, बुकर प्राइज से सम्मानित लेखक बेर्नार्दिन एवारिस्तो, देश के प्रमुख अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय शिरकत करेंगे.
इसके साथ ही भारत के प्रमुख कला इतिहासकार बीएन गोस्वामी, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित चन्द्रप्रकाश देवल, उपन्यासकार शिगोज़ी ओबिओमा, पुरस्कृत लेखिका चित्रा बनर्जी दिवाकरुनी, पुरस्कृत पटकथाकार और उपन्यासकार क्रिस्टोफर क्लोएब्ले, इंटरनेशनल बुकर प्राइज से सम्मानित उपन्यास की अनुवादक डेजी रॉकवेल, लोकप्रिय लेखिका दीप्ति कपूर, प्रसिद्ध अभिनेत्री दीप्ति नवल, कामयाब उपन्यासकार दुर्जोय दत्ता, भारत में फ़्रांस के राजदूत एमानुएल लेनेन, तीन कार्यकाल के लिए संसद-सदस्य फिरोज वरुण गांधी, दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड से सम्मानित संत गौर गोपाल दास भी शामिल होंगे.
साथ ही इंटरनेशनल बुकर प्राइज से सम्मानित गीतांजलि श्री, गीतकार और लेखक गुलजार, भारतीय शास्त्रीय संगीत के माननीय संगीतकार पद्म विभूषण हरिप्रसाद चौरसिया, ब्रिटिश लाइब्रेरी के प्रमुख जैमी एंड्रू, लेखक जैरी पिंटो, लेखक जॉन जुब्रेकी, गीतकार पटकथाकार जावेद अख्तर, केरल साहित्य अकादमी के प्रेजिडेंट के. सच्चिदानंद, पुरस्कृत लेखिका और नाटककार किश्वर देसाई, लेखक महमूद मामदानी, कवि आलोचक और लेखक मकरंद आर परांजपे, पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य और लेखक मनोरंजन ब्यापारी, लेखक मार्कस दु सौतोय, कवयित्री उपन्यासकार और अनुवादक मीना कंडासामी, लेखक मोईन मीर, मिंत्रा के फाउंडर, cult.fit के सीईओ मुकेश बंसल, अकादमिक मुकुलिका बनर्जी, इनफ़ोसिस टेक्नोलोजी लिमिटेड के को-फाउंडर और अध्यक्ष नंदन नीलेकनी शिरकत करेंगे.
गेस्ट की लिस्ट में लेखक नवीन चावला, लेखक नवतेज सरना, आईआरएस ऑफिसर निरुपमा कोत्रू, पुरस्कृत फिल्ममेकर प्रोडूसर पटकथाकार ओनीर, प्रकाशक ऑस्कर पुजोल, लेखक-राजनयिक पवन के. वर्मा, लेखक पुष्पेश पंत, साहित्य अकादमी गोल्डन जुबली अवार्ड से सम्मानित रंजीत होस्कोटे, पत्रकार रवीश कुमार, कामयाब लेखक और राजनेता शशि थरूर, बुकर प्राइज विजेता श्रीलंकाई लेखक शेहान करुनातिलक, कामयाब लेखिका श्रबानी बासु, कामयाब लेखिका शोभा डे, कामयाब लेखक सिद्धार्थ मुखर्जी, इनफोसिस फाउंडेशन की फाउंडर सुधा मूर्ति, द हिंदू के राजनयिक संपादक सुहासिनी हैदर, राजनीतिक कार्यकर्त्ता स्वपन दासगुप्ता, नारीवादी लेखिका और प्रकाशक उर्वशी बुटालिया, पॉप की देवी और प्लेबैक सिंगर उषा उथुप, लेखक विजय गोखले, लेखक विन्सेंट ब्राउन और कला इतिहासकार जेवियर ब्रे का नाम भी शामिल हैं.
पहले दिन ये रहेगा खास : 19 जनवरी गुरुवार की सुबह फेस्टिवल की शुरुआत कर्नाटक गायिका सुषमा सोम की संगीत प्रस्तुति के साथ होगी. सर्दियों की खुशनुमा सुबह में फेस्टिवल के को-डायरेक्टर्स नमिता गोखले और विलियम डेलरिम्पल और फेस्टिवल के प्रोडूसर संजॉय के. रॉय उद्घाटन संभाषण देंगे. इस दौरान कीनोट एड्रेस नोबेल प्राइज विजेता अब्दुलरजाक गुरनाह देंगे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के प्रोडूसर, संजॉय के. रॉय ने कहा कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2023 का उद्देश्य किताबों और विचारों के साथ साहित्य का प्रसार करना है. पिछले सालों में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल ने दुनियाभर के 5000 से अधिक वक्ताओं और लाखों श्रोताओं की मेजबानी की है. साहित्य के इस कुम्भ में दुनिया के श्रेष्ठ उपन्यासकारों, कवियों, इतिहासकारों और जीवनीकारों, वैज्ञानिक और अर्थशास्त्री, कलाकार और कला इतिहासकारों को एक मंच पर प्रस्तुत करेंगे. उन्होंने कहा कि श्रोताओं के लिए विशेष अनुभव के वादे को पूरा करने के लिए फेस्टिवल में जबरदस्त साहित्यिक चर्चाओं, यादगार संगीतमय प्रस्तुतियों, कला, मर्चेन्डाइज, लोकल व्यंजन का दौर रहेगा. फेस्टिवल 22 जनवरी को गणेश पोल, आमेर फोर्ट, जयपुर में एक हेरिटेज इवनिंग भी आयोजित करेगा. इस शाम में आहुति फीचरिंग नृत्यग्राम और चित्रसेना डांसर्स शानदार प्रस्तुति देंगे. इनका साथ शेयर्ड ड्रीम्स बाय हरप्रीत एंड जॉर्ज ब्रुक्स देंगे.
जयपुर बुकमार्क का भी आयोजन : साहित्य के इस महाकुम्भ में जयपुर बुकमार्क का भी आयोजन होगा. इसमें दुनियाभर के प्रकाशक, लिटरेरी एजेंट, अनुवाद एजेंसी, लेखक और प्रकाशन जगत के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे. फेस्टिवल के समानांतर ही 19 से 21 जनवरी 2023 को जयपुर म्यूजिक स्टेज का भी आयोजन होगा. इसमें विश्व के नामी कलाकार प्रस्तुति देंगे. विविधता और नवीनता के लिए प्रतिबद्ध जयपुर म्यूजिक स्टेज पर गजल, जैज़, रॉक और ब्लूज तक के सुर सुनाई देंगे. वहीं एक बार फिर फ्रंट लॉन, मुगल टेंट, बैठक, दरबार हॉल के साथ चारबाग भी नजर आएगा. जेएलएफ से जुड़ने वाले राइटर 100 स्कूलों में भी जाएंगे और छात्रों से संवाद भी करेंगे. साथ ही 50 स्कूलों में लाइब्रेरी भी शुरू की जाएगी.
आमेर महल में भी आयोजन : जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के तहत विश्व प्रसिद्ध आमेर महल में 22 जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजन को मध्य नजर रखते हुए आमेर महल में 22 जनवरी को पर्यटकों को सुबह 11:00 बजे तक की टिकट दिया जाएगा. दोपहर 12:00 बजे बाद आमेर महल पर्यटकों के लिए बंद रहेगा. इसके साथ ही आमेर महल में संचालित साउंड एंड लाइट शो और हाथियों का संचालन भी बंद रहेगा.
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पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. महेंद्र खडगावत के मुताबिक राजधानी जयपुर में 19 जनवरी से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का शुभारंभ होने जा रहा है. ये 23 जनवरी तक चलेगा. लिटरेचर फेस्टिवल ने दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है. इस बार लिटरेचर फेस्टिवल डेकोर की थीम 'उत्सव' रखी गई है. जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल समारोह का 22 जनवरी को आमेर महल में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. 22 जनवरी को आमेर महल में देसी-विदेशी पर्यटक फेस्टिवल समारोह का आनंद ले सकेंगे. जेएलएफ कार्यक्रम के आयोजन को देखते हुए पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से 22 जनवरी को आमेर महल में पर्यटकों के लिए सुबह 11:00 बजे तक टिकट दिया जाएगा. दोपहर 12:00 बजे के बाद आमेर महल में पर्यटकों का भ्रमण बंद कर दिया जाएगा.
आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि 22 जनवरी को आमेर महल में लिटरेचर फेस्टिवल के तहत सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा. देसी-विदेशी पर्यटक कार्यक्रमों का लुत्फ उठा सकेंगे. कार्यक्रम में आमेर महल की सुंदरता भी देखने को मिलेगी. कार्यक्रम को लेकर महल में विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी. अतिरिक्त होमगार्ड जवानों के साथ ही पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे.