जयपुर. शहर को खूबसूरत और यहां के ट्रैफिक को सुगम बनाने के लिए 2020 में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने विजन 2050 पेश किया था. इसके तहत शहर के सात चौराहों पर एलिवेटेड रोड, क्लोवर लीफ, अंडरपास बनाकर ट्रैफिक लाइट फ्री किया जाना है (Jaipur Vision 2050 Project). साथ ही जवाहर सर्किल और लक्ष्मी मंदिर तिराहा पर सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है. इस क्रम में जवाहर सर्किल, B2 बायपास, लक्ष्मी मंदिर तिराहा और ओटीएस चौराहे का काम शुरू हो चुका है. इन प्रोजेक्ट के पूरा होने से ना सिर्फ 13 करोड़ से ज्यादा वाहनों की राह सुगम होगी. बल्कि शहरवासियों के साल भर में करीब 27 लाख घंटे बचेंगे.
राजधानी में आबादी और वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण ट्रैफ्रिक जाम की समस्या लगातार बढ़ रही है (Signal Free Jaipur). ऐसे में प्रमुख ट्रैफिक चौराहों को सिग्नल फ्री किए जाने की योजना तैयार की गई है. जिससे लोगों को जाम की समस्या से निजात मिले और ईंधन के साथ समय की बचत हो. इससे आवागमन आसान होने के साथ-साथ दुर्घटनाओं में भी काफी कमी आएगी. इतना ही नहीं शहर में सौंदर्यीकरण के काम भी करवाए जाएंगे. जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और शहर की खूबसूरती बढे़गी.
जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त रवि जैन ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल फ्री प्रोजेक्ट के तहत जयपुर के 7 प्रमुख चौराहों को सिग्नल फ्री किया जाएगा. प्रथम चरण में लक्ष्मी मंदिर तिराहा, B2 बाईपास चौराहा और ओटीएस चौराहा को सिग्नल फ्री बनाया जा रहा है. साथ ही जवाहर सर्किल पर सौंदर्यीकरण के कार्य जारी है. इसी तरह दूसरे चरण में सरदार पटेल रोड, रामबाग सर्किल और जेडीए सर्किल को सिग्नल फ्री बनाया जाएगा. साथ ही रामनिवास बाग और चारदीवारी में सौंदर्यीकरण के कार्य होंगे.
13 करोड़ से ज्यादा वाहनों की राह होगी सुगमः टोंक रोड पर लक्ष्मी मंदिर तिराहे और ओटीएस चौराहे पर ट्रैफ्रिक जाम की काफी समस्या रहती है. यहां से सालभर में लगभग 6 करोड़ 44 लाख वाहनों का आवागमन होता है. इससे सिग्नल पर लोगों के सालभर में करीब 8 लाख घंटे का कीमती समय बर्बाद हो जाता है. साथ ही 4 करोड़ रूपए का ईंधन व्यर्थ खर्च हो जाता है. इस चौराहे को सिग्नल फ्री बनाए जाने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. जबकि B2 बाईपास चौराहे से दिल्ली, आगरा, टोंक और अजमेर जैसे बड़े शहरों से वर्षभर में करीब 6 करोड़ 87 लाख वाहनों का आवागमन होता है. इस चौराहे पर जाम की समस्या आम है. इसके चलते प्रतिवर्ष लगभग 9 करोड़ 50 लाख रूपए का ईंधन बर्बाद होता है और ट्रैफ्रिक सिग्नल पर रूकने के कारण वर्षभर में लोग करीब 19 लाख घंटे गंवा देते हैं.
लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर स्वतंत्रता सेनानियों का स्कल्पचर: लक्ष्मी मंदिर तिराहे को सिग्नल फ्री करने के लिए लालकोठी सब्जी मंडी और नेहरू बालोद्यान के बीच अंडरपास बनाया जाएगा. साथ ही यहां तिराहे पर स्वतंत्रता सेनानी का विशाल स्कल्पचर बनाया जाएगा. जनमानस में स्वतंत्रता सेनानियों की यादें बनाए रखने के लिए 8 स्वतंत्रता सेनानियों (वल्लभभाई जावेरभाई पटेल, सरोजनी नायडू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी, राजेन्द्र प्रसाद, सुभाष चन्द्र बोस, अब्दुल गफ्फार खां) की मूर्तियां लगाना प्रस्तावित है.
B2 बाईपास पर 80 फ़ीट ऊंचा आर्क बनेगा : जवाहर सर्किल से मानसरोवर की तरफ अण्डरपास, टोंक रोड पर बजरी मंडी और रामदास अग्रवाल तिराहे पर क्लोवर लीफ के निर्माण के साथ सब-वे, विद्युतीकरण और सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रस्तावित है. क्लोवर ब्रिज के ऊपर आकर्षक लाइटिंग की जाएगी. साथ ही अंडरपास के दोनों छोर पर 80 फ़ीट ऊंचाई के मार्बल आर्क बनेंगे.
ओटीएस चौराहे पर बनेगा बिना पिलर का ब्रिज: ओटीएस चौराहे पर गोपालपुरा, झालाना, जगतपुरा, मालवीय नगर और तिलक नगर से वाहनों का आवागमन होने के कारण जाम की समस्या बनी रहती है. सर्वे के अनुसार यहां प्रतिदिन करीब 1 लाख 13 हजार वाहनों का आवागमन होता है. जाम की समस्या के कारण यहां सालभर में 7 करोड़ रुपए के ईंधन की बर्बादी हो जाती है. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए यहां बिना स्टील केबल ब्रिज बनाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के तहत जेएलएन मार्ग पर मालवीय नगर रेलवे ओवरब्रिज से गांधी सर्किल की तरफ आने-जाने वाले ट्रैफिक के लिए ओटीएस चौराहे पर स्टील केबिल स्टेड ब्रिज बनाया जाएगा. इसके अलावा जलधारा पुलिया और ओटीएस से झालाना बाइपास जाने वाली रोड पर दो रोटरी (सर्किल) बनाए जाएंगे.
80 फ़ीट ऊंचा मॉन्यूमेंट करेगा यात्रियों का स्वागत : जवाहर सर्किल पर पार्किंग सुविधा को बेहतर बनाया जा रहा है. यहां 362 कार, 437 बाइक और 5 बस पार्किंग की सुविधा विकसित करने के साथ ही 2 साइकिल स्टैंड बनाए जा रहे हैं. इससे मॉर्निंग वॉक के लिए आने वाले शहरवासियों तथा पर्यटकों को वाहन पार्क करने की समस्या नहीं आएगी. यहां एक वेलकम मोन्यूमेंट का भी निर्माण किया जायेगा, जो ना सिर्फ शहर की खूबसूरती बढ़ाएगा, बल्कि पर्यटकों का स्वागत भी करेगा. मॉन्यूमेंट की ऊंचाई 80 फीट होगी, जो सफ़ेद मार्बल से बना होगा.