जयपुर. पुलिस कर्मियों की थाली में गेंहू, चावल के साथ अब मिलेट्स (मोटा अनाज) यानि ज्वार, बाजरा और रागी को भी शामिल किया जाएगा. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने इस साल को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष-2023 के रूप में घोषित किया है. इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए मिलेट्स जैसे ज्वार, बाजरा, रागी के ज्यादा से ज्यादा उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.
पोषक अनाज की खूबियों से कराया जाएगा अवगतः डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि जिलों और यूनिट में संपर्क सभा का आयोजन कर जवानों को मिलेट्स यानी पोषक अनाज की खूबियों के बारे में अवगत करवाकर इसे भोजन में शामिल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. पुलिस कल्याण शाखा के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस बिपिन कुमार पांडेय ने राज्य के सभी जिला एसपी समेत पुलिस ट्रेनिंग सेंटर प्रमुख के लिए इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं. राजस्थान पुलिस की मेस में मोटे अनाज को शामिल करने के साथ ही पुलिस लाइन और बटालियन मुख्यालय स्थित शॉप में भी मिलेट्स रखे जाएंगे. इससे पुलिसकर्मी घर पर भी अपने भोजन की थाली में मिलेट्स को आसानी से शामिल कर पाएंगे.
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प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी होता है मिलेट्स मेंः उल्लेखनीय है कि मिलेट्स में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा होने के साथ ही ये मोटे अनाज प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी और खनिजों से भरपूर होते हैं. यही कारण है कि मिलेट्स को पौष्टिक धान्य भी कहा जाता है. मिलेट्स का भोजन में प्रयोग स्वास्थ्यवर्धक माना गया है. मिलेट्स राजस्थान की भौगोलिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों के भी अनुकूल है और पुलिसकर्मियों के लिए ताकत देने वाले पोषण से भी भरपूर है.
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जयपुर में हुआ था दो दिवसीय मिलेट्स कॉन्क्लेवः बता दें कि पिछले दिनों जयपुर में दो दिवसीय मिलेट्स कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ था. जिसमें देशभर से आए विशेषज्ञों ने मोटे अनाज के फायदों को लेकर मंथन किया था और इनके ज्यादा से ज्यादा उपयोग के लिए प्रेरित करने पर जोर दिया था. तब सरकार ने इसे मिड डे मील में शामिल करने की भी बात कही थी. पिछले दिनों सेना भी अपने जवानों के लिए खाने में मिलेट्स को शामिल कर चुकी है.