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जयपुर: कोरोना को लेकर पहले से ज्यादा सतर्क हुआ जिला प्रशासन, कलेक्टर ने मांगा सुझाव

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Published : Aug 29, 2020, 3:52 AM IST

जयपुर में जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण को लेकर पहले से ज्यादा सतर्क हो गया है और कोरोना संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने चिकित्सा विभाग और अन्य विभागों से कोरोना संक्रमण रोकने के मसले पर सुझाव भी मांगा है. वहीं, चिकित्सा विभाग का सुझाव है कि बढ़ते मरीजों की संख्या के मद्देनजर वीकेंड पर लॉकडाउन जरूरी हो गया है.

जयपुर जिला प्रशासन,  Corona cases. जयपुर न्यूज़
जयपुर में कोरोना संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा जिला प्रशासन

जयपुर. पूरे देश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. राजधानी जयपुर में भी प्रतिदिन 200 से 250 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. इसके मद्देनजर जिला प्रशासन पहले से ज्यादा सतर्क हो गया है और कोरोना संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है.

जयपुर में कोरोना संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा जिला प्रशासन

पढ़ें: राजस्थान में कोरोना के 1,355 नए मामले, 12 की मौत, आंकड़ा 77,370

इस बीच जयपुर जिला कलेक्टर का पदभार संभालने के बाद अंतर सिंह नेहरा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए काफी ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं. बढ़ती हुई मरीजों की संख्या से वो भी चिंतित है और संक्रमण रोकने के लिए उन्होंने सुझाव भी मांगे हैं. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने चिकित्सा विभाग और अन्य विभागों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सुझाव भी मांगा है. वहीं, चिकित्सा विभाग ने कहा है कि बढ़ते मरीजों की संख्या के मद्देनजर वीकेंड पर लॉकडाउन जरूरी हो गया है. हालांकि. अभी तक ये सुझाव जिला प्रशासन ने सरकार को नहीं भेजा है.

पढ़ें: SPECIAL: Unlock होते ही लोग हुए बेपरवाह, अगस्त महीने में हर दिन सामने आ रहे 50 नए मामले

जिला कलेक्टर तर सिंह नेहरा ने आगामी दिनों में मंदिरों को खोलने, शादियों और अन्य समारोहों, मिठाई की दुकानों और स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर भी राय ली है. सूत्रों के अनुसार चिकित्सा विभाग ने मंदिर नहीं खोलने का सुझाव भी दिया है. शादी-समारोह में 50 से अधिक लोगों के आने पर संक्रमण का खतरा भी बताया है. जिला प्रशासन की ओर से मिठाई के दुकानदारों और स्ट्रीट वेंडर्स को कोरोना को लेकर सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है. साथ ही रोना से संबंधित दिशा-निर्देशों की पालना करने को भी कहा गया है.

इंसीडेंट कमांडर्स कर रहे मॉनिटरिंग
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने जयपुर में 15 इंसीडेंट कमांडर्स लगाए हैं और ये इंसीडेंट कमांडर्स ही कंटेनमेंट जोन तय करते हैं. किसी इलाके में बढ़ती मरीजों की संख्या के चलते लॉकडाउन लगाने का निर्णय भी यही इंसीडेंट कमांडर्स तय करेंगे. पुलिस और मेडिकल टीम भी इंसीडेंट कमांडर्स के साथ काम करती है. अगर कोई व्यपार मंडल कोरोना के कारण बाजार बंद की अनुशंसा करता है तो इसकी अनुमति भी इंसीडेंट कमांडर ही देंगे.

त्योहारों पर एक दूसरे के संपर्क में आए अधिक लोग
3 अगस्त को जयपुर शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5798 थी, जो अब बढ़कर 9858 हो गई है. जिला प्रशासन का मानना है कि पिछले दिनों कई त्योहार मनाए गए. ईद और रक्षाबंधन के त्योहार के बाद शहर में लोगों की आवाजाही बढ़ी है. इससे लोग एक दूसरे के संपर्क में आए हैं. बाजार भी पूरी तरह से खुल चुके हैं. लोगों में अब कोरोना महामारी का डर कम दिखाई नहीं दे रहा है.

बड़े मंदिर नहीं खोलने के पक्ष में है प्रशासन
जयपुर शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन बड़े मंदिर खोलने के पक्ष में नहीं है. गोविंद देव जी मंदिर प्रशासन ने पहले ही कह दिया है कि वो 30 सितंबर तक मंदिर को बंद रखेगा. गलता पीठ मंदिर प्रशासन ने भी फिलहाल मंदिर नहीं खोलने को लेकर कलेक्टर से मुलाकात की है. हालांकि, राज्य सरकार ने कहा है कि 7 सितंबर से मंदिर खोले जा सकते हैं.

जयपुर. पूरे देश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. राजधानी जयपुर में भी प्रतिदिन 200 से 250 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. इसके मद्देनजर जिला प्रशासन पहले से ज्यादा सतर्क हो गया है और कोरोना संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है.

जयपुर में कोरोना संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रहा जिला प्रशासन

पढ़ें: राजस्थान में कोरोना के 1,355 नए मामले, 12 की मौत, आंकड़ा 77,370

इस बीच जयपुर जिला कलेक्टर का पदभार संभालने के बाद अंतर सिंह नेहरा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए काफी ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं. बढ़ती हुई मरीजों की संख्या से वो भी चिंतित है और संक्रमण रोकने के लिए उन्होंने सुझाव भी मांगे हैं. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने चिकित्सा विभाग और अन्य विभागों से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सुझाव भी मांगा है. वहीं, चिकित्सा विभाग ने कहा है कि बढ़ते मरीजों की संख्या के मद्देनजर वीकेंड पर लॉकडाउन जरूरी हो गया है. हालांकि. अभी तक ये सुझाव जिला प्रशासन ने सरकार को नहीं भेजा है.

पढ़ें: SPECIAL: Unlock होते ही लोग हुए बेपरवाह, अगस्त महीने में हर दिन सामने आ रहे 50 नए मामले

जिला कलेक्टर तर सिंह नेहरा ने आगामी दिनों में मंदिरों को खोलने, शादियों और अन्य समारोहों, मिठाई की दुकानों और स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर भी राय ली है. सूत्रों के अनुसार चिकित्सा विभाग ने मंदिर नहीं खोलने का सुझाव भी दिया है. शादी-समारोह में 50 से अधिक लोगों के आने पर संक्रमण का खतरा भी बताया है. जिला प्रशासन की ओर से मिठाई के दुकानदारों और स्ट्रीट वेंडर्स को कोरोना को लेकर सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है. साथ ही रोना से संबंधित दिशा-निर्देशों की पालना करने को भी कहा गया है.

इंसीडेंट कमांडर्स कर रहे मॉनिटरिंग
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने जयपुर में 15 इंसीडेंट कमांडर्स लगाए हैं और ये इंसीडेंट कमांडर्स ही कंटेनमेंट जोन तय करते हैं. किसी इलाके में बढ़ती मरीजों की संख्या के चलते लॉकडाउन लगाने का निर्णय भी यही इंसीडेंट कमांडर्स तय करेंगे. पुलिस और मेडिकल टीम भी इंसीडेंट कमांडर्स के साथ काम करती है. अगर कोई व्यपार मंडल कोरोना के कारण बाजार बंद की अनुशंसा करता है तो इसकी अनुमति भी इंसीडेंट कमांडर ही देंगे.

त्योहारों पर एक दूसरे के संपर्क में आए अधिक लोग
3 अगस्त को जयपुर शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5798 थी, जो अब बढ़कर 9858 हो गई है. जिला प्रशासन का मानना है कि पिछले दिनों कई त्योहार मनाए गए. ईद और रक्षाबंधन के त्योहार के बाद शहर में लोगों की आवाजाही बढ़ी है. इससे लोग एक दूसरे के संपर्क में आए हैं. बाजार भी पूरी तरह से खुल चुके हैं. लोगों में अब कोरोना महामारी का डर कम दिखाई नहीं दे रहा है.

बड़े मंदिर नहीं खोलने के पक्ष में है प्रशासन
जयपुर शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन बड़े मंदिर खोलने के पक्ष में नहीं है. गोविंद देव जी मंदिर प्रशासन ने पहले ही कह दिया है कि वो 30 सितंबर तक मंदिर को बंद रखेगा. गलता पीठ मंदिर प्रशासन ने भी फिलहाल मंदिर नहीं खोलने को लेकर कलेक्टर से मुलाकात की है. हालांकि, राज्य सरकार ने कहा है कि 7 सितंबर से मंदिर खोले जा सकते हैं.

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