जयपुर. प्रदेश कांग्रेस में चल रही आपसी खींचतान के बीच सोमवार को अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह कराने की कोशिश शुरू हुई. इस बीच अशोक गहलोत द्वारा सचिन पायलट पर कसे गए तंज ने आग में घी डालने का काम किया है. इस पर प्रदेश बीजेपी के नेता भी चुटकी लेते दिखे. एक तरफ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अशोक गहलोत को लगता है वही लायक है, बाकी सब गद्दार और नालायक हैं. वहीं सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई न दिल्ली में हल होने वाली है न राजस्थान में. ये बड़ी मजेदार बात है कि कौन सुलझाने की कोशिश कर रहा है. सबसे पहले तो गांधी परिवार में जो खींचतान हैं मां, बेटी और भाई के अंदर वह पहले उसे सुलझा लें.
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गहलोत को लगता है वही लायक बाकी सब नालायकः प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का मामला अब दिल्ली में सुलझाने की कवायद की जा रही है. इस बीच गहलोत ने पायलट को लेकर चल रहे फार्मूले वाली खबरों पर कहा कि 'आलाकमान किसी नेता से ये पूछे कि आप कौन सा पद लेंगे, ये रिवाज उन्होंने पहली बार देखा है.' सचिन पायलट पराए, गहलोत के इस बयान के बाद राजनीतिक हल्कों में चर्चाएं तेज हो चली हैं. वहीं विपक्ष इस मसले पर चुटकी ले रहा है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि अशोक गहलोत को लगता है कि वही लायक हैं, बाकी सब नालायक हैं. वही सही है, बाकी सब गद्दार हैं.
राजस्थान में चल रहा है भ्रष्टाचार का खेलः कांग्रेस को अपना घर देखना चाहिए कि उनके मंत्री और विधायक उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. साढ़े 4 साल बाद उन्हें राहत की याद आई और राहत दी किसने. वो मोदी जी की योजनाओं को अपना मुखौटा बनाकर बेचना चाहते हैं, लेकिन जनता सब जानती है. उन्होंने साढ़े 4 साल में राजस्थान में महाभ्रष्टाचार का खेल किया और अब राहत में भी अवसर ढूंढ़ रहे हैं कि वहां भी भ्रष्टाचार हो जाए. ऐसी भ्रष्टाचारी सरकार राजस्थान में कभी नहीं आएगी. अब जनता उन्हें राहत देने के लिए तैयार बैठी है, वो हमेशा के लिए राहत लेने के लिए तैयार रहें.
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सीएम ने जल जीवन मिशन को रोकने की कोशिश कीः दूसरी ओर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई न दिल्ली में हल होने वाली है न राजस्थान में हल होने वाली है. अशोक गहलोत कह रहे हैं कि सॉर्ट आउट होने वाला है, सॉर्ट आउट राजस्थान की जनता कांग्रेस को करेगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान दौरे पर दिए गए गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हर राज्य में जाते हैं. लगातार प्रवास पर रहते हैं, और जनता से सीधा जुड़ाव देश के किसी प्रधानमंत्री का है, तो वो नरेंद्र मोदी का है. इसलिए राजस्थान के मुख्यमंत्री कितना भी चाह ले लेकिन नरेंद्र मोदी का जनता के साथ जो जुड़ाव है उसको वो नहीं रोक सकते. इसी जुड़ाव को रोकने के लिए सीएम ने जल जीवन मिशन को रोकने की कोशिश की है. जिस राज्य में मरुस्थल होने के नाते जल जीवन मिशन सबसे पहले शुरू होना चाहिए था, वहां सबसे लास्ट में काम हुआ है.
राजस्थान में पेट्रोल पर सर्वाधिक वैटः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और विधायक राजेंद्र पारीक के बीच हुई तू-तू मैं मैं पर राठौड़ ने कहा कि तकरीबन हर दिन कांग्रेस का ये नाटक देखने को मिलता है. आपस में झगड़े देखने को मिलते हैं. इनमें सत्ता के नशे के झगड़े हैं, पैसे के झगड़े हैं. राजस्थान में जो लूट की सरकार इन्होंने बनाई है, ये गहलोत सरकार नहीं बल्कि गृहलूट सरकार है. इसी लूट में अब लड़ाई हो रही है कि कौन ज्यादा लूटेगा, किसके पास सत्ता ज्यादा आएगी. अब जाकर इन्हें रास्ते पर चलना, भ्रमण करना या अलग-अलग तरह के राहत कैंप लगाना याद आ रहा है. पेट्रोल पर पूरे देश में सबसे ज्यादा वैट राजस्थान में हैं. राहत देनी थी तो वैट कम कर देते और उसी तरह से एक तरफ बिजली मुफ्त करने की बात करते हैं, और दूसरी तरफ फ्यूल सर चार्ज लगा रहे हैं.
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पहले से कई गुना बढ़ गई बेरोजगारीः जितने भी पेंशनधारी हैं, गैस कनेक्शन है, उसके रजिस्ट्रेशन पहले से हो रखें हैं. फिर ये नाटक क्यों, क्यों आमजन को धूप में और एक रजिस्ट्रेशन करने लिए लाइन में लगाया जा रहा है. ये लूट मचा रखी है और अब राजस्थान की जनता इनको सॉर्ट आउट करने वाली है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में 27% बेरोजगारी हो गई है. ये पहले से कहीं गुना बढ़ गई है. अशोक गहलोत से पूछना चाहिए कि साढ़े 4 साल से वो यहां सत्ता में हैं. उनको इस बात का जवाब देना चाहिए कि बेरोजगारी भत्ता का क्यों ड्रामा किया, प्रदेश में पेपर लीक हुए. बेरोजगारी से जुड़े सवाल गृहलूट सरकार से होने चाहिए.
कांग्रेस में हर जगह सत्ता की लड़ाईः कांग्रेस आलाकमान की ओर से गहलोत और पायलट के मसले को सुलझाने के सवाल पर राठौड़ ने कहा कि ये बड़ी जोरदार बात है कि कौन सुलझाने की कोशिश कर रहा है. सबसे पहले तो गांधी परिवार में जो खींचतान हैं मां, बेटी और भाई के अंदर. वो सबसे पहले सुलझा लें, तब जाकर नीचे वालों के मामला सुलझाना शुरू होगा. कांग्रेस में हर जगह सत्ता की लड़ाई है, कोई अनुशासन नहीं है, सिर्फ सत्ता की लड़ाई है, उस खास परिवार में भी सत्ता की खींचतान हो रही है. और राजस्थान में भी जो खींचतान हो रही है, वो हर दिन देखने को मिल रही है. ये सुलझने वाली नहीं है. इसको राजस्थान की जनता सॉर्ट आउट करेगी.