जयपुर. सरकार के कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है, दूसरी तरफ दिल्ली में किसानों ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. दिन प्रतिदिन कांग्रेस कृषि कानूनों के खिलाफ मुखर होती जा रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश कार्यालय में कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की सद्बुद्धि के लिये यज्ञ किया. सेवा दल का यह कार्यक्रम सभी जिला मुख्यालयों पर आयोजित किया गया. यज्ञ के बाद सभी जिला कलेक्टरों और एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया गया.
बनीपार्क स्थित कांग्रेस सेवादल के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्र सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. इसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ता मौजूद रहे. एक घंटे तक चले सद्बुद्धि यज्ञ में सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने आहुतियां दी. राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में कांग्रेस सेवादल ने बताया कि कृषि बिलों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों की चिंताएं और मांग वास्तव में लोकतंत्र और देश के हित में है.
यह भी पढ़े: बड़ी खबर : राजस्थान समेत कई राज्यों में PFI के दफ्तरों पर ED का छापा
ये कानून किसी भी तरह से किसानों के हित में नहीं है. यह केवल पूंजीपतियों को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए हैं, इसलिए सभी कृषि कानून मोदी सरकार वापस ले लेना चाहिए. सद्बुद्धि यज्ञ के बाद कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने एडीएम साउथ शंकर लाल सैनी को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार दमनकारी नीति अपनाकर भोले भाले किसानों को दबाने का प्रयास कर रही है. परमात्मा केंद्र सरकार को सद्बुद्धि दें इसलिए सभी जिला मुख्यालयों और प्रदेश कार्यालय में केंद्र सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया है, ताकि केंद्र सरकार किसानों के साथ न्याय कर सके. हेमसिंह शेखावत ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को किसानों के हित में कृषि के काले कानून वापस ले लेना चाहिए.
हेम सिंह शेखावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि केंद्र की सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेती है तो कांग्रेस सेवादल सड़कों पर भी उतरेगा. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस लगातार किसानों के हित में काम करती रही. कांग्रेस किसानों के साथ हमेशा रहेगी और यदि उनके साथ दिल्ली भी जाना पड़ा तो दिल्ली भी जाएंगे. सद्बुद्धि यज्ञ दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह से पालना की गई. यज्ञ के बाद लोगों को तुरंत बचाने की प्रार्थना की गई और कोरोना से हुई लोगों की मौत पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी दी गई.