जयपुर. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत रोजगार परक शिक्षा देने की कवायद शुरू की गई है. इस क्रम में बीए बीएड, बीएससी बीएड और बीकॉम बीएड कोर्स शुरू किए गए. ये कोर्स अब तक केंद्रीय विश्वविद्यालय, आईआईटी खरगपुर और आईआईटी मद्रास ही चला रहे थे, लेकिन अब इसे जयपुर का कंवर नगर स्थित राजकीय कॉलेज भी अडॉप्ट करने जा रहा है. ये कोर्स उन छात्रों के लिए है, जो माध्यमिक शिक्षा के बाद शिक्षण को एक प्रोफेशन के रूप में लेना चाहते हैं.
कॉलेज प्राचार्य सुमन भाटिया ने बताया कि पूरे राजस्थान में राजकीय कॉलेज एक मात्र ऐसा महाविद्यालय है, जहां आईटैप 4 ईयर इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है. इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एग्जाम होगा और इस एग्जाम से जो दूसरे राज्यों के छात्र चयनिय होंगे वो भी इस कॉलेज में आकर पढ़ाई कर सकेंगे. फिलहाल सीटों को लेकर कागजी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
राज्य स्तरीय बीए-बीएड से अलग है कोर्स: उन्होंने बताया कि आजकल छात्र जॉब को लेकर चिंतित रहते हैं. इस तरह के प्रोफेशनल कोर्स से 4 साल में बीए-बीएड कंप्लीट हो जाएगा. यहां उर्दू और कला संकाय के 6 अन्य विषयों में आईटैप कराया जाएगा. ये कोर्स राज्य स्तरीय बीए-बीएड से अलग होगा. आईटैप को लेकर देश में एक बड़ा एग्जाम होता है और उसमें चयनित छात्र ही इस कोर्स को करने के लिए एलिजिबल होता है.
शिक्षकों की भर्ती केवल आईटैप के जरिए ही : उन्होंने ये भी बताया कि राज्य सरकार की ओर से पांच बीएड कॉलेज बंद किए गए हैं. ऐसे में नजदीकी दो कॉलेजों की हजारों पुस्तकों को भी यहां मंगवाया जा रहा है. बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार साल 2030 से शिक्षकों की भर्ती केवल आईटैप के जरिए ही होगी. नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने इसका पाठ्यक्रम तैयार करवाया है. इसमें प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से गुजरना पड़ता है.