जयपुर. बिपरजॉय चक्रवाती तूफान को लेकर जिला प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है. बिपरजॉय चक्रवात के असर की आशंका को देखते हुए 17 और 18 जून के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है. आमजन से आपात स्थिति में कंट्रोल रूम के टेलिफोन नंबर और टोल फ्री नंबर पर सूचना देने की अपील की है. वहीं निगम प्रशासन ने ड्रेनेज सिस्टम को लेकर मोर्चा संभाला है.
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जिला प्रशासन ने आमजन को दिए निर्देशः जिला प्रशासन ने प्राकृतिक आपदा में आमजन से प्रशासन का सहयोग करने की अपील करते हुए तेज हवा और बादल गरजने के दौरान घरों के अंदर रहने हिदायत दी है. इसके अलावा पेड़ों के नीचे या कच्ची दीवार के सिराने खड़े नहीं होने, बिजली के खंभों के नीचे या उसके पास वाहन खड़ा न करने, टीन शेड वाले घरों के दरवाजे-खिड़कियां बंद रखने, बड़े होर्डिंग, बिजली के खंभों, तार- हाईटेंशन लाइन, पोल और ट्रांसफार्मर से पर्याप्त दूरी रखने जैसी एडवाइजरी जारी की है. इसके साथ ही पशुओं को आपदा से बचाने और डूब क्षेत्र में बसे परिवारों को चिह्नित कर सुरक्षित स्थानों तक ले जाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त रखने की कवायद तेजः दूसरी ओर शहर में एमआई रोड, परकोटा क्षेत्र, बनी पार्क, शास्त्री नगर, सीकर रोड, झोटवाड़ा, करतारपुरा, सुशीलपुरा और मानसरोवर के कुछ क्षेत्र तेज बारिश में जल जमाव की स्थिति से गुजरते हैं. इसके मद्देनजर ग्रेटर और हेरिटेज निगम प्रशासन की ओर से ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त रखने की कवायद तेज की गई है. हेरिटेज निगम के आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हर साल आपदा प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर मीटिंग होती है. जिसमें नगर निगम को भी कुछ डायरेक्शन दिए जाते हैं.
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राजधानी में बनाए गए हैं 4 कंट्रोल रूमः इस क्रम में चार कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगा दिया है. मिट्टी के कट्टे, मड पंप, ड्रेन पंप और जेसीबी की व्यवस्था कर ली गई है. वहीं ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर करने के लिए नालों की सफाई भी की गई है. जिसमें 50% काम पूरा भी कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि वैसे तो अभी तक की रिपोर्ट के हिसाब से बिपरजॉय जयपुर तक नहीं पहुंच रहा. अगर ऐसी स्थिति आती है और पहले सूचना मिलती है तो, और भी जो तैयारियां कर सकते हैं, उन्हें किया जाएगा.
कंट्रोल रूम और टोल फ्री नंबर जारीः दूसरी तरफ ग्रेटर नगर निगम कमिश्नर महेंद्र सोनी ने कहा कि इस बार नालों की सफाई अप्रैल से ही शुरू कर दी गई थी और करीब 80 फीसदी नाले साफ हो चुके हैं. 745 में से 116 नालों की सफाई प्रगतिरत है. बाकी में काम पूरा हो चुका है. जहां तक बड़े नालों की बात है, तो डब्ल्यूटीपी का नाला साफ है. झालाना का नाला साफ करवाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि रेन पैटर्न में चेंजेज आए हैं. उधर बैटरी से चलने वाले उपकरणों को चार्ज रखने, पशुओं को चराने के लिए बाहर न ले जाने की भी अपील की गई है. वहीं जिला कंट्रोल रूम नंबर 0141- 2204475, 0141-2204476 और टोल फ्री नंबर 1077 जारी किया है.