जयपुर. झुंझुनू जिले की उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त करने के बाद अब यहां नगर पालिका अध्यक्ष पर भी गाज गिरी है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की स्वीकृति के बाद नगर पालिका अध्यक्ष रामनिवास सैनी को निलंबित किया गया है.
दरअसल, सैनी के खिलाफ बागवानी के चारों पदों पर भर्ती में अनियमितता की शिकायत मिली थी. विभागीय जांच में सामने आया कि नगर पालिका में ये पद स्वीकृत नहीं थे और जिन व्यक्तियों को नियुक्ति दी गई, वो सैनी के रिश्तेदार थे. विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर अध्यक्ष रामनिवास सैनी को निलंबित किया गया है. अब सैनी के खिलाफ न्यायिक जांच भी की जाएगी.
स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी आदेशों में स्पष्ट कहा गया है कि उदयपुरवाटी नगरपालिका अध्यक्ष ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कर्तव्यों की पालना नहीं की है, जो कि राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 के तहत पद के प्रतिकूल आचरण और व्यवहार की श्रेणी में आता है. ऐसे में राज्य सरकार की ओर से इस प्रकरण में न्यायिक जांच का फैसला लिया गया है. न्यायिक जांच को प्रभावित करने की संभावना को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका अधिनियम में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए रामनिवास सैनी को अध्यक्ष के पद से निलंबित किया गया है.
आपको बता दें कि उदयपुरवाटी नगरपालिका में वर्ष 2022 में चार बागवानों की नियुक्ति की गई थी, जिसके बाद पक्ष और विपक्ष के पार्षदों ने इस भर्ती का विरोध करते हुए पत्रावली का निरीक्षण कराने की मांग उठाई थी. यही नहीं, स्वायत्त शासन भवन पहुंचकर इस भर्ती को नियम विरुद्ध बताते हुए कार्रवाई करने की मांग भी की थी. हालांकि, अब तक ये मामला दबा हुआ था, लेकिन राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त करने के बाद अब उनके करीबी रामनिवास सैनी पर भी निलंबन का चाबुक चला है.