विराटनगर (जयपुर). विधायक इंद्राज गुर्जर ने राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को लेकर गृह मंत्रालय पर सवाल खड़े किए हैं. बुधवार को जयपुर में मीडिया से बात करते हुए विराटनगर विधायक ने कहा कि किसी मंत्री पर मुकदमा हो और वह भी राजस्थान के मुख्यमंत्री की जानकारी के बिना, यह संभव नहीं है. क्योंकि गृह विभाग भी उन्हीं के पास है. इंद्राज गुर्जर ने कहा कि दुर्गा सिंह नामक व्यक्ति जो एक जालसाज है और उस पर कानूनी प्रकरण चल रहे हैं. उसे जयपुर बुलाया जाता है और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ मैनेज कर कानूनी कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई जाती है.
राजस्थान सरकार के मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है तो गृह मंत्रालय क्या कर रहा है. एक राज्यमंत्री के खिलाफ इस तरीके से झूठी एफआईआर दर्ज होती है तो आम जनता का क्या होगा. एक महिला के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति को कौन पनाह दे रहा है. यह जांच का मुख्य विषय है. उन्होंने कहा कि बड़ी शर्म की बात है कि हमारी सरकार का एक दबंद नेता जिसने दो बार हमारी सरकार की मदद की, उसे इस तरह फंसाया जा रहा है.
गुढ़ा 2008 में बीएसपी से जीतकर आए और 6 विधायकों को मिलाकर 5 साल तक हमारी सरकार चलवाई. 2018 में बीएसपी से फिर जीतकर आए व हमारी सरकार को बचाया. ऐसे मजबूत व्यक्ति को कौन कमजोर करने का कार्य कर रहा है, ये जांच का विषय है. विधायक इंद्राज गुर्जर ने राजस्थान में पेपर लीक मामले को लेकर कहा कि पेपर लीक के मुलजिम नहीं पकड़े जा रहे. उनकी जांच नहीं हो रही. यदि अधिकारी व नेता पेपर लीक मामले में शामिल नहीं हैं तो आरपीएससी से पेपर बाहर कैसे आया. उसकी तो जांच नहीं हो पा रही, जबकि जांच हो रही है तो केवल इसकी कि कौन सचिन पायलट के साथ खड़ा होकर राजस्थान में कांग्रेस को मजबूत करने की बात कर रहा है.
कौन व्यक्ति सचिन पायलट के साथ राजस्थान में दौरे कर रहा है. कौन व्यक्ति राजस्थान में वापस कांग्रेस सरकार बनाने की बात कर रहा है. उन लोगों को टारगेट करने का काम किया जा रहा है. जिस तरीके से राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने किसान सम्मेलन किया, उसके बाद उनको घेरने की रणनीति तैयार की गई, यह बहुत गलत है. बिना जांच किए राज्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की कानूनी कार्रवाई होती है तो यह कार्रवाई द्वेषपूर्ण की गई कार्रवाई है. राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को फंसाने के लिए इस तरह का जो कार्य किया जा रहा है, उसका विरोध किया जाएगा. चाहे वह विरोध जनता के बीच में ही जाकर करना पड़े.
इस अन्याय में हम सब लोग राजेंद्र सिंह गुढ़ा के साथ हैं. यदि एक जनप्रतिनिधि के पास कोई फरियाद लेकर आएगा, तब जनप्रतिनिधि आमजन की मदद नहीं करेगा तो कौन करेगा और यदि जनप्रतिनिधि मदद करता है तो इस तरीके से उसको फंसाया जाता है. राजनीति का परम उद्देश्य गरीब की सेवा व मदद करना है. इंद्राज गुर्जर ने राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ खड़े रहने की बात कही.