जयपुर. राजधानी के हेरिटेज निगम के बीजेपी पार्षद सफाई व्यवस्था और टूटी सड़क की समस्या को (Heritage Nigam mismanagement) लेकर दो दिन से निगम मुख्यालय में डटे हैं. यहीं उनकी रात और दिन गुजर रहे हैं. गुरुवार को पार्षदों ने महापौर और निगम प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए हवन भी किया. इसके बाद अचानक बारिश होने पर पार्षद जब आयुक्त चेंबर के बाहर कॉरिडोर में आने लगे तो उन्हें रोक दिया गया. पार्षदों का आरोप है कि पार्षदों से धक्का-मुक्की की गई और कॉरिडोर में नहीं आने दिया गया. ऐसे में वह बारिश में ही भीगते रहे.
बीजेपी के पार्षद बीते 2 दिन से बोरिया-बिस्तर समेत हेरिटेज निगम मुख्यालय (BJP councilors protest in heritage nigam) में डेरा डाले हुए हैं. हेरिटेज नगर निगम में बीजेपी की तरफ से महापौर प्रत्याशी रहीं वरिष्ठ पार्षद सुमन यादव ने बताया कि बीजेपी के 20 से ज्यादा पार्षद 2 दिन से तमाम मांगों को लेकर हेरिटेज नगर निगम में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. शहर में गंदी गलियों की सफाई, शहर की सड़कों की मरम्मत, ओपन कचरा डिपो खत्म करने, गरीबों को पट्टे देने और बीजेपी पार्षदों के वार्डों में समानीकरण के आधार पर कर्मचारी लगाने जैसी मांगों को लेकर पार्षद धरना दे रहे हैं, लेकिन निगम प्रशासन और महापौर ने आंखें मूंद ली हैं.
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पार्षदों ने भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए कहा कि टेंडर होने के बावजूद वर्क ऑर्डर नहीं दिए जा रहे जिससे संदेह उत्पन्न हो रहा है. वो इस राज पर से पर्दा उठा कर ही रहेंगे. पार्षद सुभाष व्यास ने कहा कि भजन और हनुमान चालीसा कर भगवान से प्रार्थना की है कि कांग्रेस बोर्ड को सद्बुद्धि आए और वो जनता की सुध ले ताकि हेरिटेज नगर निगम का उद्धार हो. वहीं गुरुवार को तेज बारिश के दौरान भी बीजेपी पार्षद निगम मुख्यालय में ही धरने पर थे.
बीजेपी पार्षद अंशु शर्मा और पवन शर्मा ने आरोप लगाया कि बारिश से बचने के लिए मुख्यालय की सीढ़ियां चढ़कर आयुक्त के चेंबर के बाहर कॉरिडोर में आने की कोशिश की तो उनसे धक्का-मुक्की की गई. उन्होंने सवाल उठाया कि जब निगम प्रशासन जनप्रतिनिधि का ही सम्मान नहीं कर रहे तो आम जनता की तो क्या सुनेंगे. महापौर और प्रशासन में मानवता नहीं बची. यहां हर एक जनप्रतिनिधि व्यक्तिगत कार्य से नहीं बल्कि जनता के कार्य से यहां आए हैं, लेकिन निगम प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है.
बीजेपी पार्षद राकेश बागड़ा ने सिविल लाइन उपायुक्त कनक जैन को राजनीतिक द्वेष के कारण हटाने का भी आरोप लगाया. कनक जैन को निलंबित करने के विरोध में गुरुवार को हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम के कर्मचारियों ने सामूहिक कार्य बहिष्कार करते हुए विरोध दर्ज कराया. साथ ही उन्हें जल्द बहाल करने की मांग को लेकर सिविल लाइन जोन कार्यालय पर भी जुटे थे. हालांकि महापौर के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने धरना खत्म कर दिया.