जयपुर. प्रदेश के युवा बेरोजगारों ने शुक्रवार को कर्मचारी चयन बोर्ड का घेराव किया. पीटीआई भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी करने और सीएचओ भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दोबारा कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थी लामबंद हुए. इस दौरान 7 फरवरी को आरपीएससी अजमेर के बाहर युवा बेरोजगारों पर लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से आहत बेरोजगार एकीकृत महासंघ के उपेन यादव ने 22 दिन के अन्न के त्याग के बाद बोर्ड कार्यालय पहुंच लिक्विड भी त्यागा.
25 सितंबर 2022 को 5546 पदों पर पीटीआई भर्ती परीक्षा कराई गई थी. इसके बाद 21 अक्टूबर को 11092 अभ्यर्थियों को शॉर्टलिस्ट करते हुए परिणाम जारी किया गया. लेकिन करीब 4 महीने बीतने के बाद भी फाइनल रिजल्ट जारी नहीं किया गया है. इसे लेकर अभ्यर्थियों ने बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में कर्मचारी चयन बोर्ड का घेराव किया. उपेन यादव ने कहा कि पीटीआई भर्ती परीक्षा परिणाम जारी कर जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाए. साथ ही 7 फरवरी को जो आरपीएससी के बाहर युवा बेरोजगारों पर लाठीचार्ज किया गया था, उस एसएचओ को तुरंत निलंबित करते हुए मुकदमा वापस लेने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि सरकार हर बजट में नई भर्तियों की घोषणा करती है, लेकिन पुरानी भर्तियां ही पूरी नहीं हो पा रही हैं. पूर्व में जो भर्तियों की घोषणा की है, उनका भी कैलेंडर जारी नहीं किया गया, न ही नई भर्तियों का विभागवार वर्गीकरण कर कैलेंडर जारी किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएचओ भर्ती से जुड़ी अभ्यर्थी सुनीता सेन को पेपर लीक की जानकारी दिए जाने के बाद फोन पर धमकियां मिल रही हैं. प्रशासन को सीएचओ भर्ती परीक्षा का पेपर रद्द कर दोबारा कराना चाहिए और युवाओं को न्याय देना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को पहले भर्तियों के लिए, फिर एग्जाम, परिणाम, जॉइनिंग और इस बीच यदि पेपर लीक हो जाए तो उसके लिए भी प्रोटेस्ट करना पड़ता है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या प्रदेश का युवा केवल धरना प्रदर्शन ही करता रहेगा?.
ये रही प्रमुख मांगें
- पीटीआई भर्ती का फाइनल परिणाम जल्द से जल्द जारी करके नियुक्ति दी जाए.
- बजट में घोषणा की गई 1 लाख भर्तियों का विभागवार वर्गीकरण करके जल्द से जल्द भर्तियों का कैलेंडर जारी किया जाए. साथ ही प्रक्रियाधीन 1 लाख भर्तियों को भी प्राथमिकता के साथ समयबद्ध पूरी की जाए.