जयपुर. राजधानी के करधनी थाना इलाके में साली से शादी के चक्कर में पत्नी और बेटे को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी युवक अनिल कुमार शर्मा ने पुलिस के सामने नया खुलासा किया है. दरअसल, आरोपी अनिल के लोसल निवासी ससुर की 2014 में घर में बने हौद में डूबने से मौत हुई थी. तब स्थानीय पुलिस ने मर्ग दर्ज की आत्महत्या का मामला मानते हुए फाइल बंद कर दी थी. अब इस फाइल को खोलकर दोबारा जांच की जा रही है.
इस मर्डर मिस्ट्री में खास बात यह है कि उनकी मौत के संबंध में किसी ने भी पुलिस को हत्या का अंदेशा नहीं जताया था और जांच की मांग भी नहीं उठाई थी. आरोपी अनिल कुमार शर्मा ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसके ससुर की हत्या में उनके ही रिश्तेदार और अन्य कई लोग शामिल थे. जिले की लोसल थाना पुलिस को यह जानकारी दे दी गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
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गौरतलब है कि करीब डेढ़ महीने पहले बेनाड रोड निवासी अनिल ने अपने भाई सुनील और साली पूजा के साथ मिलकर पत्नी अनीता और बेटे मयंक को विषाक्त खिलाकर मार दिया था. इस घटना को भी आत्महत्या का रूप दिया गया था.
मृतक अनीता शर्मा की शादी अनिल से हुई थी. जिसके 1 साल बाद ही अनीता का एक बेटा हुआ. दोनों पति-पत्नी सूर्य नगर नाड़ी के फाटक बेनाड रोड पर रहते थे. जब मृतका अनीता शर्मा को उसके पति और बहन के संबंध के बारे में पता चला, तो दोनों के बीच रोजाना झगड़े होने लगे थे. इसके बाद मृतका के पति, देवर और उसकी बहन ने उसे और उसके बेटे को रास्ते से हटाने की सोची.
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इस दौरान षड्यंत्र के मुताबिक 24 जून की रात को प्लान के तहत देवर सुनील ने वारदात को अंजाम देने की सोची और दोनों को मौत के घाट उतार दिया. इस पूरी घटना को भी आत्महत्या का रूप दिया गया था. करीब 1 महीने तक चली तफ्तीश के बाद पुलिस ने हत्या का खुलासा कर तीनों को गिरफ्तार किया. आरोपी अनिल कुमार को लगा कि ससुर की मौत का राज नहीं खुला है ऐसे में उसने पत्नी बेटे की हत्या भी इसी तरीके से की ताकि लोगों को आत्महत्या लगे.