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जयपुर में पीठासीन अधिकारियों की भारी लापरवाही, मॉक पोल हटाए बिना ही शुरू करवाया मतदान

जयपुर में पीठासीन अधिकारियों की लापरवाही के चलते दो बूथों पर मॉक पोल के वोट हटाए बिना ही मतदान शुरू करवा दिए गए थे. वहीं जब दूसरे दिन स्क्रूटनी की गई तो रजिस्टर और ईवीएम मशीनों में वोटों का अंतर मिला.

जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप सिंह यादव
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Published : May 8, 2019, 6:00 PM IST

जयपुर. राजधानी में बीते 6 मई को हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पीठासीन अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जयपुर शहर के दो विधानसभा क्षेत्रों में पीठासीन अधिकारियों ने मॉक पोल के वोट क्लियर किए बिना ही चुनाव संपन्न करा दिए थे.

जयपुर में पीठासीन अधिकारियों की भारी लापरवाही

इसका नतीजा यह हुआ कि ईवीएम और रजिस्टर के वोटों में अंतर आ रहा है. विभाग ने अब चुनाव आयोग को वीवीपैट की पर्चियों से मतगणना कराने के लिए पत्र लिखा है. दूसरी ओर निर्वाचन विभाग ने दोनों पीठासीन अधिकारियों को चार्जशीट थमा दी है.

वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप सिंह यादव ने बताया कि सोमवार को हुए चुनाव में विद्याधर नगर और सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्रों के दो बूथों पर पीठासीन अधिकारी ने मॉक पोल के वोट हटाए बिना ही मतदान शुरू करा दिया. मतदान संपन्न होने के बाद जब ईवीएम जमा कराई गई. उसके बाद अगले दिन जब स्क्रूटनी की गई तो रजिस्टर और ईवीएम मशीनों में वोटों का अंतर मिला.

कलेक्टर ने बताया कि मतदान शुरू होने से पहले ईवीएम की जांच के लिए मॉक पोल कराया जाता है. लेकिन मतदान दल ने मॉक पोल में डाले गए वोटों को हटाए बिना ही वोटिंग शुरू करवा दी थी. उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

जयपुर. राजधानी में बीते 6 मई को हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पीठासीन अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जयपुर शहर के दो विधानसभा क्षेत्रों में पीठासीन अधिकारियों ने मॉक पोल के वोट क्लियर किए बिना ही चुनाव संपन्न करा दिए थे.

जयपुर में पीठासीन अधिकारियों की भारी लापरवाही

इसका नतीजा यह हुआ कि ईवीएम और रजिस्टर के वोटों में अंतर आ रहा है. विभाग ने अब चुनाव आयोग को वीवीपैट की पर्चियों से मतगणना कराने के लिए पत्र लिखा है. दूसरी ओर निर्वाचन विभाग ने दोनों पीठासीन अधिकारियों को चार्जशीट थमा दी है.

वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप सिंह यादव ने बताया कि सोमवार को हुए चुनाव में विद्याधर नगर और सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्रों के दो बूथों पर पीठासीन अधिकारी ने मॉक पोल के वोट हटाए बिना ही मतदान शुरू करा दिया. मतदान संपन्न होने के बाद जब ईवीएम जमा कराई गई. उसके बाद अगले दिन जब स्क्रूटनी की गई तो रजिस्टर और ईवीएम मशीनों में वोटों का अंतर मिला.

कलेक्टर ने बताया कि मतदान शुरू होने से पहले ईवीएम की जांच के लिए मॉक पोल कराया जाता है. लेकिन मतदान दल ने मॉक पोल में डाले गए वोटों को हटाए बिना ही वोटिंग शुरू करवा दी थी. उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

Intro:जयपुर। 6 मई को हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पीठासीन अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है जयपुर शहर की 2 विधानसभा क्षेत्रों में में पीठासीन अधिकारियों ने मॉक पोल के वोट क्लियर किए बिना ही चुनाव संपन्न करा दिए। इसका नतीजा यह हुआ कि ईवीएम और रजिस्टर के वोटों में अंतर आ रहा है। विभाग ने अब चुनाव आयोग को वीवीपैट की पर्चियों से मतगणना कराने के लिए पत्र लिखा है दूसरी ओर निर्वाचन विभाग ने दोनो पीठासीन अधिकारियों को चार्जशीट थमा दी है।


Body:जिला निर्वाचन अधिकारी जगरूप सिंह यादव ने बताया कि सोमवार को हुए चुनाव में विद्याधर नगर और सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्रों के 2 बूथों पर पीठासीन अधिकारी ने मॉक पोल के वोट हटाए बिना ही मतदान शुरू करा दिया। मतदान संपन्न होने के बाद जब ईवीएम जमा कराई गई अगले दिन जब स्कूटनी की गई तो रजिस्टर और ईवीएम मशीनों में वोटों का अंतर मिला।
यादव ने बताया कि वोटिंग से पहले मॉक पोल कराया जाता है और जब वोटिंग कराने से पहले मॉक पोल के वोट हटा दिए जाते है, लेकिन दोनों बूथों पर पीठासीन अधिकारियों की लापरवाही के चलते मॉक पोल के वोट नही हटाये।


Conclusion:जिला निर्वाचन अधिकारी ने जागरूप सिंह यादव ने बताया कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

बाईट जिला कलेक्टर जागरूप सिंह यादव
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