जयपुर. विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो क्लिप की जांच करने के लिए मानेसर में कैंप कर रही एसओजी की टीम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एसओजी की टीम गुरुवार को मानेसर स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत और बेस्ट वेस्टर्न कंट्री क्लब रिजॉर्ट से कुछ रिकॉर्ड लेने के लिए रवाना हुई. लेकिन टीम को रास्ते में ही रोक दिया गया.
एसओजी की टीम ने जब इस पूरे प्रकरण में जांच के लिए हरियाणा पुलिस से सहयोग मांगा तो हरियाणा पुलिस ने मदद करने के बजाय एसओजी की जांच में रोड़ा अटकाने का काम किया. विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में जांच कर रही एसओजी की टीम के डिप्टी एसपी कमल सिंह जब बेस्ट वेस्टर्न कंट्री क्लब रिजॉर्ट के लिए रवाना हुए तो रिजॉर्ट से 2 किलोमीटर पहले हसनपुरा बस स्टैंड पर नाके पर तैनात हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया.
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हसनपुरा बस स्टैंड से हरियाणा पुलिस ने आगे जाने की इजाजत नहीं दी. डिप्टी एसपी कमल सिंह ने रिसोर्ट के मैनेजर से बात की और उन्हें नाके पर आ कर रिकॉर्ड देने को कहा. जिसके बाद रिसोर्ट के मैनेजर ने नाके पर आकर एसओजी टीम को रिकॉर्ड सौंपा.
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राजस्थान के डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने हरियाणा पुलिस को पत्र लिखकर एसओजी की टीम की जांच में सहयोग करने की है. मामले को लेकर हरियाणा पुलिस के द्वारा भी सहयोग का आश्वासन दिया गया है. हालांकि, जिस तरह का बर्ताव हरियाणा पुलिस द्वारा एसओजी टीम के साथ किया जा रहा है उसके बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.