जयपुर. राजस्थान में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में अब छात्र संघ चुनाव पर लगी रोक को सियासी पार्टियां मुद्दा बनाकर राज्य की गहलोत सरकार को घेरने में जुट गई है. वहीं, छात्रों का विरोध प्रदर्शन भी बदस्तूर जारी है. इसी कड़ी में अब युवाओं को साधने के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने छात्र संघ चुनाव को मुद्दा बनाया है. इसी बीच आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल प्रदेश भर में दौरा करने बाद गुरुवार को राजधानी जयपुर में आयोजित छात्र अधिकार हुंकार रैली में शामिल हुए. इस दौरान बेनीवाल ने कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रमुख दलों पर जमकर निशाना साधा. बेनीवाल ने भाजपा की गुटबाजी पर तंज कसते हुए कहा कि वहां पर मुख्यमंत्री बनने की होड़ मची है. भाजपा में 12 दूल्हे, एक लुटेरी दुल्हन है. ऐसे में अब तोरण कौन मारेगा? यही सवाल सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, बेनीवाल ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लेकर कहा कि उनकी गाड़ी पंचर हो गई है. वो एक कांस्टेबल भी नहीं हटा सकते हैं.
भाजपा में 12 दूल्हे, एक लुटेरी दुल्हन - बेनीवाल ने भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल को पार्टी से निलंबित किए जाने के फैसले पर कहा कि कैलाश मेघवाल ने जनसंघ से लेकर अब तक भाजपा को खड़ा करने का काम किया है. जब उन्होंने देश के कानून मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तो 85 साल के मेघवाल को पार्टी ने एक झटके में बाहर का रास्ता दिखा दिया. भाजपा में जो सच बोलता है उसे बाहर निकाल दिया जाता है. मैंने भी कभी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए छोटी सी बात कही थी. मैंने पूछा था कि उनके पति कौन है? ससुराल कहां है ? उसके बाद मुझे पार्टी से निकाल दिया गया. बेनीवाल ने आगे कहा कि भाजपा में गुटबाजी पूरी तरीके से हावी है.
इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Election 2023: भाजपा-कांग्रेस पर बरसे बेनीवाल, कहा-गहलोत रेवड़ियां बांटने का रिकॉर्ड बना रहे
मौजूदा हालात तो यह है कि मुख्यमंत्री बनने की होड़ मची हुई है. 12 दूल्हे और एक लुटेरी दुल्हन है. ऐसे में अब तोरण कौन मारेगा ? बारात भी आकर खड़ी है. बेनीवाल ने लाल डायरी के मुद्दे पर भाजपा को निशाने पर लिया और कहा कि अब लाल डायरी का मुद्दा भाजपा के लिए कहां गया ? उन्हें समझ में आ गया कि अब आगे के पन्ने अगर लाल डायरी के खुलेंगे तो उनकी खुद के नेताओं के भी नाम सामने आ सकते हैं. इसलिए उन्होंने चुप्पी साध ली. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आपस में मिले हैं.
पायलट की गाड़ी पंचर हो चुकीः बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट की दो बार मदद की. पहली बार जब उन्होंने मुझसे कहा कि आप मेरे लिए प्रेस कांफ्रेंस करके कहिए कि अगर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो आरएलपी अपने तीनों विधायकों का समर्थन देने को तैयार है. मैंने उनकी बात को माना और यह बयान जारी किया. उसके बाद जब दोबारा फिर इसी तरह का मौका आया तब भी मैं खुले मन से कहा कि आरएलपी सचिन पायलट की मुख्यमंत्री बनाने पर कांग्रेस का साथ देगी तो अब बारी पायलट की है. उन्हें चाहिए कि वह हमारा अहसान उतारें. हमने उनके ऊपर दो बार अहसान किया है. बेनीवाल ने कहा कि पायलट की अब उनकी पार्टी में कोई इज्जत नहीं है. उनके कहने पर एक कांस्टेबल तक का तबादला नहीं हो सकता है. वह पानी का एक टैंकर भी किसी की मदद के रूप में नहीं डलवा सकते हैं. पायलट की गाड़ी अब पूरी तरीके से पंचर हो चुकी है.
इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Election 2023: ससुराल पक्ष को जेल ना जाने पड़े, इसलिए ज्योति मिर्धा ने ज्वाइन की भाजपा-बेनीवाल
कांग्रेस से नहीं होगा गठबंधन - बेनीवाल ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन सभी राजनीतिक कयासों पर विराम लगाया दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल की पार्टी कांग्रेस से गठबंधन कर सकती है. बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस के साथ आरएलपी किसी भी सूरत में गठबंधन नहीं करेगी. युवाओं , बेरोजगारों, महिलाओं और किसानों की आवाज राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अपने दम पर चुनाव में उठाएगी. उन्होंने कहा कि आज जनता अब इन दोनों की पार्टियों से पूरी तरीके से त्रस्त हो चुकी है. लोग अब गुमराह होने वाले नहीं है. कांग्रेस और भाजपा के शासन में अब तक 26 से ज्यादा बार पेपर लीक हो चुके हैं, जिसका नुकसान राजस्थान के लाखों युवाओं को हुआ है.
डर से बदल रहे पॉलिटिकल 'पापा' - कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं पर बेनीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग पहले पॉलिटिकल पापा कहते थे, अचानक उनका पॉलिटिकल पापा बदल गया है. अवसर के साथ ये बदलाव हो रहा है. पॉलिटिकल पापा बदलता नहीं है, क्योंकि वैसे तो बाप एक ही होता है, लेकिन अगर कोई दो-तीन बाप बनाना चाहे तो लोकतंत्र में उसे छूट है. बेनीवाल ने कहा कि पॉलिटिकल पापा तक तो ठीक था, लेकिन अब कुछ लोगों की पॉलिटिकल मम्मी भी हो गई है. ED के डर से नेता भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं. लग रहा है अगर उधर नहीं गए तो ईडी आ जाएगी.
इसे भी पढ़ें - Rajasthan Assembly Election 2023 : हनुमान बेनीवाल बोले- 2023 के सिनेरियो में गहलोत, पायलट, वसुंधरा तीनों कहीं नजर नहीं आएंगे
बेनीवाल ने दी ये चेतावनी - बेनीवाल ने गहलोत सरकार को चेतावनी दी कि अगर वो समय रहते हैं छात्र संघ चुनाव को लेकर कोई सकारात्मक फैसला नहीं लेते हैं तो फिर हजारों की संख्या में छात्र मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करेंगे. बेनीवाल की चेतावनी के बाद सरकार भी पूरी तरह से हरकत में आ गई. साथ ही विद्याधर नगर स्टेडियम में पड़ाव डाल बैठे बेनीवाल से वार्ता करने के लिए उच्च शिक्षा व गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव मौके पर जा पहुंचे. राजेंद्र यादव हनुमान बेनीवाल और आरएलपी के तीनों विधायकों के साथ-साथ छात्र नेताओं के साथ वार्ता की.