जयपुर. राजधानी जयपुर में साध-संगत ने महा परोपकार माह का भंडारा किया. साध-संगत नाचती-गाती नामचर्चा सत्संग में पहुंची. एमएसजी संगठन की ओर से रविवार को न्यू सांगानेर रोड मानसरोवर में नामचर्चा सत्संग और भंडारा कार्यक्रम हुआ. जहां जरूरतमंद परिवारों को राशन बांटा गया. आयोजन में डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह ने ऑनलाइन प्रवचन दिया.
जयपुर के मानसरोवर में रविवार को धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा बोलकर सत्संग कार्यक्रम की शुरूआत हुई. यहां संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां का पावन गुरुगद्दीनशीनी दिवस का भंडारा किया गया. राजस्थान इकाई के दिलराज इन्सां ने बताया कि कार्यक्रम में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत की. जरूरतमंद परिवारों को एक महीने का राशन दिया गया. इसके बाद भजन वाणी के जरिए राम-नाम का जाप करने के लिए प्रेरित किया गया. इस दौरान डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह ने ऑनलाइन प्रवचन देते हुए भक्तों को कहा कि आज इंसान हमारी अमूल्य संस्कृति को छोड़ता जा रहा है, हमारी संस्कृति महान है. रिश्तों के प्रति वफादार रहें. भगवान एक है, लेकिन एक होते हुए सभी जगह रहता है. अपनी भावना को शुद्ध रखें औैर भावना को शुद्ध रखने के लिए सुमिरन बहुत जरूरी है. आयोजन में साध-संगत के खाने-पीने, ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए दिनभर हजारों सेवादारों ने ड्यूटी संभाली. कार्यक्रम की समाप्ति पर कुछ ही मिनटों में सारी साध-संगत ने लंगर-भोजन चखा. कार्यक्रम में एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई. जिसमें दिखाया गया कि इंसान के जीवन में गुरु का कितना महत्व है.
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बता दें कि भंडारे पर उपस्थित साध-संगत को 159 मानवता भलाई कार्यों में बढ़चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया. इस दौैरान साध-संगत ने भी अपने दोनों हाथ खड़े कर मानवता भलाई कार्यों में दोगुने जोश के साथ जुटने का संकल्प लिया. इस दौरान नशा मुक्त समाज की संरचना के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रगति की भी जानकारी दी गई.