जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीकर में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम ने एक लाल डायरी का जिक्र किया. इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी शेखावटी में तीन काले कानूनों, किसानों की आमदनी दोगुनी करने और राजस्थान सरकार की किसानों की कर्ज माफी के लिए नेशनलाइज बैंक से वन टाइम सेटेलमेंट करने के निर्देश देने की बात करते या फिर राज्य सरकार की ओर से लागू की गई पेंशन की पुरानी व्यवस्था की बात करते तो अलग बात होती. उन्होंने ऐसा नहीं किया. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हवा हवाई और बिना किसी मुद्दे के लाल डायरी का जिक्र कर सियासी माहौल को खराब करने का काम किया है.
पीएम के बयान पर डोटासरा का प्रहार - उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री की पूरे विश्व में अलग पहचान है. ऐसे में उन्हें इस तरीके से बिना आधार के मुद्दों पर भाषण नहीं देना चाहिए था. डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गुरुवार को सीकर में आरोप लगाने के अलावा कुछ नहीं किया. अगर पीएम किसानों को कुछ देकर जाते तो वो उन्हें धन्यवाद देते. उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि देश का प्रधानमंत्री आए तो हम उनका स्वागत करें, लेकिन हम उन्हें धन्यवाद किस बात के लिए दें, क्योंकि जो राहत देश के प्रधानमंत्री को राजस्थान की जनता को देनी चाहिए, वो राहत राज्य सरकार दे रही है.
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डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पेपर लीक प्रकरण पर भी बयान दिया, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि हिन्दुस्तान में वो कौन सा राज्य है, जहां पेपर लीक नहीं हो रहे हैं? जबकि राजस्थान तो पेपर लीक करने वालों को आजीवन कारावास तक की सजा दे रहा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को पेपर लीक की इतनी ही चिंता थी तो उन्हें यह कहना चाहिए था कि वो देश में एक ऐसा कानून बनाएंगे, जिससे पेपर लीक जैसे प्रकरण हमेशा के लिए रुक जाते. खैर, पीएम ने केवल अपने मन की बात कही, वो काम की बात कुछ भी नहीं कहे.