जयपुर. कांग्रेस पार्टी में आपसी गुटबाजी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अक्सर अस्वीकार करते हुए भाजपा में गुटबाजी की बात कहते नजर आते हैं. शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ, जब उन्होंने कांग्रेस में गुटबाजी को भाजपा की गुटबाजी से जोड़ते हुए भाजपा के मांझे में 10-15 गांठें होने के आरोप तो लगाए. इसके साथ ही मोदी सरकार में मंत्री गजेंद्र सिंह को निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर से जनहित में काम करने की सीख लेते हुए प्रदेश के 13 जिलों को पानी पिलाने के लिए ईआरसीपी योजना लागू करने की सलाह दी.
डोटासरा ने कहा कि एक तरफ बाबूलाल नागर जैसे विधायक हैं जो ठंड में ठिठुरते लोगों को कंबल ओढ़ाने का काम करते हैं और दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस लोग हैं जो लोगों को बांटने का काम करते हैं. लोगों के जख्म के ऊपर नमक लगाकर उनको परेशान करते हैं. ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग कर, धर्म के आधार पर उनको बांटकर अपनी राजनीति की सोचते हैं. उनको भी बिना राजनीतिक भेदभाव के दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोगों के हित में काम करना चाहिए.
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पीसीसी चीफ ने कहा कि बीते 8-9 साल से केंद्र में मोदी सरकार है और जल संसाधन मंत्री भी राजस्थान के गजेंद्र सिंह हैं. इसके बावजूद, वो 13 जिलों को पानी देने वाली ईआरसीपी की मांग को दरकिनार कर रहे हैं. गजेंद्र सिंह के भाषणों में दंभ और घमंड है, वो लगातार लोगों को उनकी सरकार में आने पर देख लेने की धमकी दे रहे हैं. इस तरह के लोगों और जनप्रतिनिधियों से लोग क्या सीख लेंगे.
![MLA Babu Lal Nagar Blanket Distribution Program](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/17475242_middle.jpg)
डोटासरा ने कहा कि एक तरफ बाबूलाल नागर हैं जो गरीबों को सर्दी से बचाने के लिए 10 हजार कंबल बांट रहे हैं, दूसरी ओर ऐसा नेता है जो प्यासे को पानी देने का पावर रखता है, लेकिन प्रधानमंत्री के दो बार कहने के बाद भी पानी नहीं दे रहा है. बाबूलाल नागर कोरोना में भी काम कर रहे थे, दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस के लोग नकली आक्रोश यात्रा निकाल रहे हैं, क्योंकि असली में तो आक्रोश उनके खिलाफ है. केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ है कि आप महंगाई कम नहीं कर पाए, लोगों को रोजगार नहीं दे पाए.
मुख्यमंत्री वो बनेगा, जिसे राजस्थान की जनता बहुमत देगी : कांग्रेस की गुटबाजी के आरोपों पर डोटासरा ने कहा कि पहले भाजपा वाले अपनी ओर देख लें, जिनके मांझे में 10-15 गांठें पड़ चुकी हैं. एक बार जिसके मांझे में गांठ पड़ जाती है वह कभी भी दूसरे की पतंग नहीं काट सकता है. उसकी खुद की ही पतंग कटती है. मांझे की तरह ही भाजपा में भी कई गांठें हैं. गजेंद्र सिंह क्या बोल रहे हैं ओम बिरला के लिए, सतीश पूनिया के लिए कटारिया क्या बोल रहे हैं. यह बताता है कि इनमें निराशा, हताशा और एक दूसरे की टांग खिंचाई करने का सिलसिला चल रहा है.
डोटासरा ने कहा कि जनता इनकी नौटंकी देख रही है. जनाक्रोश में 10-20 आदमी आते हैं, अश्लील डांस करवा कर जनता को लुभाने के प्रयास करते हैं. इनकी आपस की लड़ाई से जनता को क्या लेना-देना. वह तो देख रही है कि यह तो नौटंकी कर रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि अभी चुनाव हुए नहीं और मुख्यमंत्री बन रहे हैं. मुख्यमंत्री राजस्थान की जनता जिसे बहुमत देगी, 101 सीट जिताएगी उसी पार्टी का बनेगा.