जयपुर. प्रदेश के मरीजों के लिए एक राहत भरी खबर है और खासकर गरीब तबके के लिए. मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना का अधिक से अधिक लाभ मिल सके इसे लेकर चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक योजना शुरू की जा रही है, जिसके तहत घर पर मरीज देखने वाले सरकारी चिकित्सक अब अपने क्लीनिक से भी मरीजों के लिए नि:शुल्क दवा योजना के तहत आने वाली दवाइयां लिख सकेंगे.
प्रदेश में सरकारी चिकित्सक घर से भी लिख सकेंगे नि:शुल्क दवा मामले को लेकर प्रदेश के हेल्थ डायरेक्टर डॉक्टर के.के शर्मा ने बताया कि प्रदेश की सरकार चाहती है कि जरूरतमंद मरीजों के लिए सरकारी अस्पताल में उपलब्ध नि:शुल्क दवा योजना का लाभ अधिक से अधिक मिल सके. इसके लिए सरकार ऐसा प्रोजेक्ट ला रही है जिसके तहत घर पर प्रैक्टिस करने वाले सरकारी चिकित्सक अपने क्लीनिक पर नि:शुल्क दवा योजना के तहत आने वाली दवाइयां भी मरीजों के लिए लिख सकेंगे. डॉ. शर्मा ने बताया कि इसे एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है.5 जिलों से शुरुआत:इस प्रोजेक्ट की शुरुआत प्रदेश के 5 जिलों से की जाएगी. जिसमें बारा, धौलपुर, करौली, सिरोही और जैसलमेर शामिल है. इन जिलों के अंदर आने वाले जिला अस्पताल और सब-डिविजनल अस्पताल और सेटेलाइट चिकित्सालय को इसके लिए चुना गया है. जहां से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की जाएगी.ये भी पढ़ें: राजस्थान विधानसभा में संविधान और मूल कर्तव्यों पर चर्चा के दौरान आर्टिकल 370 और 35 A का हुआ जिक्र
हालांकि इसके लिए चिकित्सकों को सरकारी पर्चियां भी उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि नि:शुल्क दवा योजना के तहत आने वाली दवाओं को लिखा जा सके. मरीज इस पर्ची के माध्यम से किसी भी सरकारी अस्पताल से यह दवाइयां प्राप्त कर सकेंगे.