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VIRAL VIDEO: जयपुर के चाकसू में दिखा बेहद दुर्लभ माना जाने वाला 'गोल्डन कछुआ'

जयपुर के चाकसू में इन-दिनों एक गोल्डन कछुआ का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा दावा किया जा रहा है कि कछुए को चाकसू क्षेत्र के काठावाला तालाब से रेस्क्यू किया गया है. हालाकि ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

चाकसू में दिखा गोल्डन कछुआ, Golden tortoise in chaksu
चाकसू में दिखा गोल्डन कछुआ
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Published : Oct 24, 2020, 2:09 PM IST

Updated : Oct 24, 2020, 8:15 PM IST

चाकसू (जयपुर). पूरी दुनिया में बेहद दुर्लभ माना जाने वाला गोल्डन कछुआ शुक्रवार को चाकसू में दिखाई देने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन-दिनों जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में एक पीले यानी गोल्डन कलर का कछुआ दिखाई दे रहा है. कछुएं के देखे जाने के बाद चिड़ियाघर प्रशासन को इसे सुपुर्द किए जाने की बात भी सामने आई है.

चाकसू में दिखा गोल्डन कछुआ

सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा दावा किया जा रहा है कि कछुए को चाकसू क्षेत्र के काठावाला तालाब से रेस्क्यू किया गया है. वहीं स्थानीय वन अधिकारी कैलाश नेहरा (आरओ) की माने तो उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है. जिसमें जयपुर से किसी टीम ने कछुआ मिलने के बात पर रेस्क्यू किया. जानकारों की माने तो भारत के ओडिशा के बालासोर में भी लोगों ने ऐसा दुर्लभ कछुआ देखा था.

इस तरह का एक और कछुआ कुछ साल पहले सिंध में पाया गया था. इस तरह चाकसू में भी गोल्डन कलर के कछुए को लेकर त्वरित कार्रवाई और उसे रेस्क्यू किया गया. जयपुर चिड़ियाघर विभाग के जिला वन अधिकारियों की मानें तो ऐसे रंग के कछुऐ का बदलता रंग जेनेटिक म्यूटेशन से है.

पढ़ेंः कृषि कानूनों के खिलाफ विधेयक लाने से पहले गहलोत संविधान और कानून की ले जानकारी: अर्जुन राम मेघवाल

बता दें कि इस कछुए को एल्बीनो टर्टल भी कहा जाता है. भारतीय ब्लैक शेल टर्टल प्रजाति का यह कछुआ साफ पानी का कछुआ है, जो साफ पानी की नदियों और तालाब में रहता है. कछुए के इस दुर्लभ रंग बदलने की वजह जेनेटिक म्यूटेशन है. इसके कारण स्किन को रंग देने वाला पिगमेंट बदल गया है. नतीजा, लोग इस कछुए को भगवान विष्णु को अवतार मान रहे है. वहीं ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

चाकसू (जयपुर). पूरी दुनिया में बेहद दुर्लभ माना जाने वाला गोल्डन कछुआ शुक्रवार को चाकसू में दिखाई देने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन-दिनों जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में एक पीले यानी गोल्डन कलर का कछुआ दिखाई दे रहा है. कछुएं के देखे जाने के बाद चिड़ियाघर प्रशासन को इसे सुपुर्द किए जाने की बात भी सामने आई है.

चाकसू में दिखा गोल्डन कछुआ

सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा दावा किया जा रहा है कि कछुए को चाकसू क्षेत्र के काठावाला तालाब से रेस्क्यू किया गया है. वहीं स्थानीय वन अधिकारी कैलाश नेहरा (आरओ) की माने तो उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है. जिसमें जयपुर से किसी टीम ने कछुआ मिलने के बात पर रेस्क्यू किया. जानकारों की माने तो भारत के ओडिशा के बालासोर में भी लोगों ने ऐसा दुर्लभ कछुआ देखा था.

इस तरह का एक और कछुआ कुछ साल पहले सिंध में पाया गया था. इस तरह चाकसू में भी गोल्डन कलर के कछुए को लेकर त्वरित कार्रवाई और उसे रेस्क्यू किया गया. जयपुर चिड़ियाघर विभाग के जिला वन अधिकारियों की मानें तो ऐसे रंग के कछुऐ का बदलता रंग जेनेटिक म्यूटेशन से है.

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बता दें कि इस कछुए को एल्बीनो टर्टल भी कहा जाता है. भारतीय ब्लैक शेल टर्टल प्रजाति का यह कछुआ साफ पानी का कछुआ है, जो साफ पानी की नदियों और तालाब में रहता है. कछुए के इस दुर्लभ रंग बदलने की वजह जेनेटिक म्यूटेशन है. इसके कारण स्किन को रंग देने वाला पिगमेंट बदल गया है. नतीजा, लोग इस कछुए को भगवान विष्णु को अवतार मान रहे है. वहीं ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

Last Updated : Oct 24, 2020, 8:15 PM IST
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