जयपुर. राजस्थान में 25 सितंबर को बुलाई गई विधायक दल की बैठक नहीं (KC Venugopal denied Rumours of Clean Chit) होने के मामले में जिम्मेदार नेताओं को लेकर कांग्रेस संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल की ओर से दिए बयान के बाद सियाली गलियारों में चर्चाओं का दौर एक बार फिर तेज हो गया है. वहीं वेणुगोपाल के बयान के बाद सीएम अशोक गहलोत के दोनों करीबी मंत्रियों के सुर भी बदल गए हैं. इस मामले में जिम्मेदार माने गए मंत्री महेश जोशी और शांति धारीवाल से मीडिया ने जब रिएक्शन लेना चाहा तो दोनों ही नेता पल्ला झाड़ते और कुछ भी कहने से बचते नजर आए. दोनों मंत्रियों को एआईसीसी की ओर से जारी एडवाइजरी भी याद आ गई. मंत्री जोशी ने जहां एडवाइजरी का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं मंत्री धारीवाल ने एआईसीसी से जवाब लेने की बात कही.
दरअसल दोनों मंत्री राजधानी के हेरिटेज नगर निगम पहुंचे थे. एक कार्यक्रम में शरीक (Ministers Seen avoiding Questions of Clean Chit) होने के लिए पहुंचे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए और इस संबंध में एआईसीसी से जवाब लेने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया. वहीं पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने कहा कि वो इस प्रकरण पर कुछ भी कहने के लिए अधिकृत नहीं हैं. उन्हें इस प्रकरण पर नहीं बोलने के लिए एडवाइजरी मिली है, जिसे फॉलो किया जा रहा है.
कोटा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मंत्री शांति धारीवाल ने शक्ति प्रदर्शन भी किया था. मंत्री महेश जोशी भी भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए नजर आए थे. इन दोनों ही नेताओं ने राहुल गांधी की इस यात्रा की जमकर तारीफ भी की. लेकिन इन सबके बीच केसी वेणुगोपाल का बयान 25 सितंबर की घटना को फिर हवा दे दी है. माना जा रहा है कि भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान से जाने के बाद तीनों नेताओं पर गाज गिर सकती है. जबकि बीते दिनों इन तीनों ही नेताओं को आलाकमान से क्लीन चिट मिलने की अफवाह भी उड़ी थी. इस पर बुधवार को जयपुर पहुंचे कांग्रेस पार्टी के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने साफ इंकार किया है.
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ये कहा था वेणुगोपाल ने : केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को मीडिया से बात करते (No Clean chit to Dhariwal Joshi Dharmendra Rathod) हुए कहा कि यह गलत खबर है कि तीनों नेताओं को कांग्रेस आलाकमान की ओर से क्लीन चिट दे दी गई है. उन्होंने कहा कि अभी यह मामला अनुशासन कमेटी के सामने पेंडिंग है और अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है. वेणुगोपाल ने यह साफ कहा कि अभी इन तीनों नेताओं को क्लीन चिट नहीं दी गई है.
क्या था मामला ? : आपको बता दें कि राजस्थान में 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें कांग्रेस विधायकों को प्रस्ताव पास करना था. लेकिन विधायक दल की बैठक की जगह मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर (Rajasthan Political Crisis) समानांतर विधायकों की बैठक हुई और धारीवाल के आवास से ही सभी कांग्रेस विधायक स्पीकर सीपी जोशी के निवास पर पहुंच गए और उन्होंने अपने इस्तीफे भी स्पीकर को सौंप दिए.
इस पूरे मामले को गंभीर मानते हुए विधायक दल की बैठक करवाने जयपुर पर्यवेक्षक बनकर आए तत्कालीन राजस्थान प्रभारी अजय माकन और तत्कालीन राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गंभीर माना था. इसके बाद महेश जोशी, शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौड़ को इसके लिए कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे. इस मामले को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सवाल उठाए जाने के बावजूद करीब 3 महीने बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. यहां तक कि इसी घटना से नाराज होकर अजय माकन ने राजस्थान प्रभारी का पद छोड़ दिया था.