जयपुर. कोटा में छात्रों के एक के बाद एक सामने आ रहे सुसाइड के मामलों के बाद अब कोचिंग संस्थान राजस्थान सरकार के मंत्रियों के निशाने पर आ गए हैं. इस मामले में खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने यहां तक कह दिया कि कोचिंग संस्थान मुख्यमंत्री के समझाने पर भी नहीं समझ रहे हैं. अब तो इन्हें कानून का डंडा ही समझाएगा.
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कोचिंग संस्थानों को चेतावनी देते हुए कहा कि पैसे के दम पर कोचिंग संस्थान बच्चों को तंग नहीं करें, नहीं तो यह कोचिंग संस्थान खाली हो जाएंगे. राजस्थान में कोचिंग माफिया खड़ा हो चुका है, सरकार को सख्त एक्शन लेना चाहिए. मुख्यमंत्री ने एसपी को पावर दी है. एसपी, कलेक्टर इन कोचिंग और इनके मालिकों के प्रभाव में नहीं आएं, अगर वह एक्शन नहीं लेंगे तो जनता लेगी.
जब तक नीति न बने, बंद हो कोचिंग संस्थानः गहलोत सरकार के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भी कोचिंग संस्थानों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि जब तक कोचिंग को लेकर नीति नहीं बन जाए, इन कोचिंग संस्थानों पर बैन लगना चाहिए. सीएम गहलोत के ही आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल ने कहा कि ज्यादा मोबाइल देखना गलत संगत में रहना भी एक कारण है कि बच्चे डिप्रेशन में आ रहे हैं. बता दें कि कोटा में कोचिंग करने के लिए आने वाले दो विद्यार्थियों ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी. इससे पहले भी कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामले सामने आए थे.