जयपुर. अपने चार दिवसीय गुजरात दौरे के दूसरे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडियाकर्मियों से (CM Ashok Gehlot in Gujarat) मुखातिब हुए. इस दौरान उनसे सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री की नाराजगी (Gehlot on Pilot) पर सवाल किए गए. जिस पर गहलोत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. साथ ही उन्होंने कहा कि जब पायलट यहां आएंगे तो आप उनसे ही ये सवाल पूछ लीजिएगा. आगे कांग्रेस छोड़कर अन्य दलों में जाने वाले पार्टी के नेताओं पर गहलोत ने कहा कि यह हमारे लिए कोई चिंता की बात नहीं है, बल्कि आज भी हम कहते हैं कि कांग्रेस में आने वालों का स्वागत है. वैसे ही जाने वालों के साथ भी है.
बिना नाम बीजेपी पर निशाना (Gehlot attack on Modi government) साधते हुए गहलोत ने कहा कि आज जो सत्ता में बैठे हैं, वो कभी मुखबिरी किया करते थे. ऐसे में उन्हें पंडित नेहरू का नाम लेने का भी कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन अमृत महोत्सव तो तब मनेगा जब उसमें महात्मा गांधी, सरदार पटेल, पंडित नेहरू, मौलाना आजाद और अंबेडकर के नाम शामिल होंगे. खैर, वर्तमान में अमृत महोत्सव के नाम पर इवेंट आयोजित हो रहे हैं.
वहीं, गुजरात में राजस्थान के बेरोजगार संघ की ओर से किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर गहलोत ने कहा कि हम राजस्थान में तीन लाख नौकरी की बात कर रहे हैं. इसका मतलब यह है कि हम राजस्थान में नौकरियां भी दे रहे हैं. लेकिन जो बच्चे गुजरात आकर विरोध कर रहे हैं. उनका यह एक प्रोफेशन बन गया है और तो और बेरोजगार संघ नाम से एक संगठन भी बना लिया गया है.
काले झंडे दिखाने वालों को ही रही जेल: गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार व बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज हम गुजरात की जनता को हमारे और बीजेपी के काम करने के तरीकों में अंतर बताने आए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सहनशीलता का अंदाजा गुजरात में देखा जा सकता है. यहां काला झंडे दिखाने पर लोगों को जेल भेज दिया जाता है. गहलोत ने कहा कि मां अपने बच्चे को नजर से बचाने के लिए काला टीका लगाती है, लेकिन यहां अब काले रंग पर मुकदमे दर्ज होते हैं. लोकतंत्र में आलोचना, धरना प्रदर्शन, काले झंडे दिखाना तो लोकतंत्र के आभूषण हैं. लेकिन इसके लिए सुनने की ताकत चाहिए.
आगे सीएम ने बीजेपी के खरीद-फरोख्त मॉडल पर कहा कि बीजेपी इलेक्टोरल बांड नाम की ताकत का भी अब इस्तेमाल कर रही है. अगर चंदा इनके अलावा किसी और को दिया जाता है तो ईडी, इनकम टैक्स चंदा देने वालों के दरवाजे खटखटाने लगती है. इस दौरान गहलोत ने बीजेपी पर करोड़ों अरबों रुपये इकट्ठे करने के भी आरोप लगाए. साथ ही कहा कि बीजेपी इन पैसों का इस्तेमाल राज्यों में सरकार बदलने में करती है.