जयपुर. मोती डूंगरी गणेश जी के जन्म उत्सव के मौके पर आयोजित सप्त दिवसीय कार्यक्रमों के समापन पर मंगलवार को जयपुर शहर में गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई.
यह शोभायात्रा हाथी, घोड़े, बग्गी, जोबदार के साथ रवाना हुई. इस यात्रा में बैंड वादक जहां भजनों की स्वर लहरियां बिखेर रहे थे, वहीं बलवंत व्यायाम शाला के पहलवान कलाबाजी का प्रदर्शन करते हुए चल रहे थे.
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छोटी काशी के प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी से रवाना हुई. इस शोभायात्रा में विभिन्न स्थानों पर समाज के लोगों ने गणेश जी की आरती उतारी और जगह-जगह शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा भी की गई.
शोभायात्रा में करीब 80 झांकियां शामिल थी. यहां की झांकी गणेश पुराण पर आधारित थी. एक झांकी में गणेश जी हाथी पर नगर भ्रमण करते हुए चल रहे थे. वहीं दूसरे में आमेर के किले पर नौबत नगाड़े बजा रहे थे. वहीं सबसे पीछे मोतीडूंगरी गणेश जी का स्वर्ण मंडित चित्रण मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर की शक्ल में बनाए रथ पर विराजमान थे.
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शोभायात्रा में चंद्रयान मिशन के गणेश जी सभी लोगो का ध्यान अपने ओर आकर्षित कर रही थी. वहीं राफेल पर सवार गणपति बप्पा ने भी सभी लोगो का ध्यान अपने ओर खीच रही थी.
साथ ही भारत माता से सजी सैनिकों की झांकी ने माहौल को देश भक्तिमय बना दिया. इसके अलावा मेट्रो ट्रेन में गणेश जी देवगणों के साथ नजर आए. विभिन्न मंदिरों के चित्रों की झांकियां भी शोभायात्रा में शामिल हुई. मोती डूंगरी गणेश मंदिर से रवाना हुई 34वीं भव्य शोभायात्रा में मोदक प्रिय के अलग-अलग रूप देखने को मिले.
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इससे पहले मुख्य सचिव डीबी गुप्ता और महंत कैलाश शर्मा ने मुख्य झांकी की आरती उतारकर विधिवत रूप से भव्य शोभायात्रा को रवाना किया. इसके बाद मोतीडूंगरी रोड, सांगानेरी गेट, जोहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, गणगौरी बाजार, ब्रम्हपुरी होते हुए शोभायात्रा गणेश मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई. यहां गणेश मंदिर के महंत प्रदीप औदीच्य के परिवार द्वारा मुख्य आरती उतारी गई.