जयपुर. पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि विधानसभा में विशेष रूप से जेडीए द्वारा शहर में चल रहे प्रोजेक्ट्स और उनकी वर्तमान लागत पूरी होने की निर्धारित तिथि और प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के सवाल पर सरकार की ओर से जो जानकारी मिली वो चौंकाने वाली है.
शहर में द्रव्यवती नदी पुनरुद्धार परियोजना जिसकी कुल लागत रु 1676.93 करोड़ है इसे निर्धारित तारीख 16.10.2018, अम्बेडकर सर्किल से सोडाला तिराहे तक एलिवेटेड रोड़ निर्माण कार्य की लागत 249.52 करोड़ है. जयपुर सवाईमाधोपुर रेलवे लाइन फाटक सीतापुरा पर छः लेन के आरओबी का निर्माण कार्य की लागत 116.16 करोड़ निर्धारित की गई है. वहीं झोटवाड़ा आरओबी के समानांतर पंचायत भवन से अम्बाबाड़ी टी जंक्शन तक तीन लेन के नये आरओबी निर्माण कार्य की लगात 166.00 करोड़ निर्धारित की गई है. इसके अलावा समपार फाटक संख्या 200 बस्सी पर चार लेन के आरओबी मय अंडर पास का निर्माण कार्य की लागत 57.54 करोड़ निर्धारित की गई है और इससे निर्माण का निर्धारित समय 17.1.2019 रखा गया था.
इसके अलावा समपार फाटक संख्या 211 गोनेर रोड़ दांतली पर छः लेन आरओबी मय अंडर पास, समपार फाटक संख्या 102/2E जाहोता में जयपुर सीकर रेलवे लाइन पर चार लेन प्रोजेक्ट्स, बम्बाला पुलिया की चौड़ाई कार्य प्रोजेक्ट जिसकी लागत 21.28 करोड़ निर्धारित की गई थी और राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर निर्माण कार्य की लागत 130.00 करोड़ है. पूर्व मंत्री ने एक बयान जारी कर कहा है कि उल्लेखनीय बात यह है कि भाजपा राज में शुरू हुए अधिकांश प्रोजेक्ट्स के पूरा होने के निर्धारित समय में अब तक दो साल की देरी तो हो चुकी है. अब और अधिक समय लगेगा जिससे प्रोजेक्ट्स की लागत बढ़ेगी और सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए की अतिरिक्त चपत लगेगी.
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कालीचरण सराफ ने प्रोजेक्ट्स को निर्धारित समय पर पूरा नहीं करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए जनहित के प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में वर्तमान सरकार जानबूझ कर ढिलाई कर रही है.