जयपुर. राजधानी के प्रताप नगर थाना इलाके से सोमवार शाम कांग्रेस नेता व पूर्व राज्यमंत्री गोपाल केसावत की 21 वर्षीय बेटी अभिलाषा केसावत का अपहरण होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है (Former minister daughter Kidnapped). अपहरण की वारदात को लेकर गोपाल केसावत ने सोमवार देर रात प्रताप नगर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया है. अभिलाषा के अपहरण के प्रकरण में 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद जयपुर पुलिस के हाथ खाली हैं. वही गोपाल केसावत ने अपहरण का मामला दर्ज कराते हुए जिन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी है, उनमें से अब तक एक भी व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए अपहरण की वारदात को सुलझाने के लिए आला अधिकारियों के निर्देश पर कमिश्नरेट स्पेशल टीम और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम ईस्ट को अनुसंधान में लगाया गया है.
जिस स्कूटी पर अभिलाषा घर से सब्जी लेने के लिए एनआरआई सर्किल तक गई थी, उस स्कूटी को आज सुबह परिजनों ने ही एयरपोर्ट रोड पर लावारिस खड़ा हुआ बरामद किया है. प्रताप नगर थानाधिकारी भजनलाल ने बताया कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू को ध्यान में रखकर गंभीरता से जांच की जा रही है (Jaipur Police on Kesawat Daughter missing case). वारदात स्थल के आसपास लगे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है. बताया जा रहा है कि जिन लोगों के नाम एफआईआर में लिखे गए हैं उन सभी से गोपाल का रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा है. एफआईआर में नामजद सभी लोगों को बुलाकर पुलिस के आला अधिकारियों ने पूछताछ भी की लेकिन इस पूरे प्रकरण में उनका कोई भी रोल अब तक नजर नहीं आ रहा है. मंगलवार दोपहर गोपाल केसावत अपने समर्थकों के साथ पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय भी पहुंचे, जहां जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से मुलाकात कर अभिलाषा को जल्द ढूढंने की गुहार लगाई. वही गोपाल अपने समर्थकों के साथ कमिश्नरेट में धरने पर बैठना चाह रहे थे लेकिन समझाइश कर पुलिस ने उन्हें वहां से वापस घर भेज दिया.
केसावत बोले मिली थी धमकी: गोपाल केसावत ने प्रताप नगर थाने में अपनी बेटी के अपहरण का जो मामला दर्ज करवाया है, उसने कुछ लोगों पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने के आरोप भी लगाए गए हैं. पुलिस ने बताया कि गोपाल ने ज्ञान सिंह, हरेंद्र सिंह, बहादुर सिंह, जय सिंह, शिवराज सिंह, देवेंद्र विजेंद्र और राधा पर कुछ दिनों पहले उनको परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी थी. गोपाल केसावत ने अंदेशा जताया है कि इन्हीं लोगों ने उनकी बेटी का अपहरण किया है, जिसे वह जान से मार सकते हैं.
पिता को फोन कर कहा कुछ लोग पीछा कर रहे: कांग्रेस नेता गोपाल केसावत ने बताया कि सेकंड ईयर में पढ़ने वाली उनकी 21 वर्षीय बेटी अभिलाषा सोमवार शाम तकरीबन 5:30 बजे घर से स्कूटी पर सवार होकर एनआरआई सर्किल पर सब्जी खरीदने गई थी. इसके बाद 6:05 पर अभिलाषा ने अपने पिता को फोन कर कहा कि 'पापा मेरे पीछे लड़के पड़ गए, तुरंत गाड़ी लेकर आओ.' इसके बाद गोपाल केसावत अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ तुरंत गाड़ी लेकर एनआरआई सर्किल के पास पहुंचे लेकिन वहां पर न तो उनको बेटी मिली और न ही उसकी स्कूटी.
पढे़ं-jaipur crime news: पीजी से युवक-युवती को जबरन उठा ले गए बदमाश, हाईवे पर छोड़कर हुए फरार
फोन स्विच ऑफ: जब गोपाल ने बेटी को फोन लगाया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया. इसके बाद अपने रिश्तेदारों व परिचितों के साथ मिलकर गोपाल ने आसपास का पूरा इलाका छान मारा लेकिन कहीं पर भी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद देर रात गोपाल केसावत ने प्रतापनगर थाने पहुंच अपनी बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया. जिस स्कूटी पर अभिलाषा सब्जी लेने गई थी उस स्कूटी को आज सुबह गोपाल केसावत ने ही एयरपोर्ट रोड पर लावारिस खड़ा हुआ ढूंढा है.
फिलहाल पुलिस एनआरआई सर्किल के साथ जिस स्थान पर स्कूटी बरामद हुई है वहां तक लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल रही है. पुलिस का कहना है कि अब तक के अनुसंधान में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में कुछ भी संदिग्ध नजर नहीं आया है, फिलहाल प्रकरण की जांच जारी है.
जगतपुरा फाटक मिली अभिलाषा की आखरी लोकेशनः गोपाल केसावत की ओर से अपहरण का मामला दर्ज कराने के बाद से ही कमिश्नरेट स्पेशल टीम और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम ईस्ट अभिलाषा की तलाश में जुट गई है. पुलिस सूत्रों की मानें तो अभिलाषा की आखिरी लोकेशन सोमवार शाम को जगतपुरा फाटक के पास पाई गई है. जबकि गोपाल ने अभिलाषा का अपहरण एनआरआई सर्किल से होना बताया है. साथ ही मंगलवार सुबह अभिलाषा की स्कूटी जिस स्थान से बरामद की गई है वह आसपास चाय की थड़ी का संचालन करने वाले लोगों का भी कहना है कि कल शाम को एक युवती को कुछ युवकों से बात करते हुए उन्होंने भी देखा था. लेकिन अपहरण जैसा कुछ भी प्रतीत नहीं हुआ. फिलहाल पुलिस इन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले को संदिग्ध मानते हुए उसकी जांच कर रही है. वहीं जयपुर पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही वारदात का खुलासा कर सच सामने लाया जाएगा.