जयपुर. राजस्थान के विश्वविद्यालयों में शिक्षा, सिलेबस, शिक्षा की प्रक्रिया और प्रशासनिक प्रक्रिया के बीच कोर्डिनेशन के लिए राज्य सरकार ने राजस्थान स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल का पुनर्गठन कर कुछ सदस्यों को शामिल किया है. इसमें तीन सदस्य स्टेट यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं (state university rajasthan). जिसमें जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.केएल श्रीवास्तव, डॉ. भीमराव अम्बेडकर लॉ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. देवस्वरूप, के साथ ही हरिदेव जोशी पत्रकारिता विवि जयपुर के कुलपति सुधि राजीव शामिल हैं.
राजस्थान स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल में तीन यूनिवर्सिटी के कुलपतियों के अलावा कला संस्कृति, विज्ञान से जुड़े विभिन्न लोगों को भी शामिल किया गया है। जिसमेें कृषि विशेषज्ञ प्रो.एलएन हर्ष व संविधान विशेषज्ञ डॉ. दिनेश गहलोत के साथ ही उदयपुर के मीरा गर्ल्स कॉलेज से डॉ. नदीम चिश्ती, बनारस से प्रो. सतीश राय, कॉलेज शिक्षा निदेशालय से सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक प्रो. एसआर नियाजी, एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेर के पूर्व कुलपति प्रो. रूप सिंह बारेठ, एमएलएस विवि उदयपुर की बॉटनी विभाग से रिटायर प्रो. कनकिा व्यास, डॉ. आरडी सैनी और डॉ. सज्जन पोसवाल को दो वर्ष के लिए शामिल किया गया है.
आपको बता दें कि ये काउंसिल प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के बीच एक सेतु की भूमिका निभाएगी. काउंसिल का उद्देश्य राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षा, सिलेबस, शिक्षा की प्रक्रिया और प्रशासनिक प्रक्रिया इन सब के बीच कोर्डिनेशन बनाना है. प्रदेश के विश्वविद्यालयों में यदि कॉमन सिलेबस बनाना है या कॉमन प्रवेश प्रक्रिया तैयार करनी है, तो ये कमेटी उसमें सहयोग दे सकती है. साथ ही सभी में कॉमन एक्ट और आर्डिनेंस बनाने में भी ये कमेटी मददगार साबित हो सकती है। काउंसिल प्रदेश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में न केवल उपलब्ध सुविधाओं बल्कि छात्रों के पढ़ाई के स्तर पर नजर रखेगी और उसमें सहयोग प्रदान करेगी.