जयपुर. झालाना डूंगरी स्थित राजस्थान प्रौढ़ शिक्षा केंद्र के सभागार में पहली राज्य स्तरीय संवाद बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. विजेंद्र सिंह, एडवोकेट प्रह्लाद सहाय ने शिरकत की.
मुख्य वक्ता के रूप में राजस्थान जेजे प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ शैलेंद्र पंड्या, वक्ता के रूप में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन दिल्ली के प्रतिनिधि देशराज सिंह, विशेषज्ञ प्रवीण कुमार पानेरी और शिक्षाविद् डॉ राजकुमारी भार्गव मौजूद रहे.
जनजाति एवं वंचित क्षेत्र में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए ये संवाद बैठक आयोजित हुई. जिसमें उदयपुर संभाग व राज्य के अन्य जनजाति क्षेत्र में बाल श्रम एवं बाल यौन हिंसा के खिलाफ कार्य योजना बनाने पर चर्चा की गई.
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बता दें कि बालश्रम तस्करी एवं बाल यौन हिंसा के खिलाफ जन जागरूकता और कार्य योजना बनाकर प्रथम चरण में प्रदेश के चयनित 10 जिलों में स्थानीय स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से कार्य किया जाएगा. जिसके तहत उदयपुर संभाग के 6 जिले और अन्य जिलों में सिरोही, पाली, भीलवाड़ा और जयपुर शामिल है.
इसी के तहत पहली राज्य स्तरीय संवाद बैठक आयोजित हुई. जिसमें वक्ताओं ने प्रदेश को महिला एंव बाल यौन हिंसा से मुक्त कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल बताया. कार्यक्रम में पूरे प्रदेश में बच्चों एवं महिलाओं के लिए प्रयासरत सभी स्वयं संस्थाओं के प्रतिनिधि, बाल अधिकार विशेषज्ञ, प्रदेश की सक्रिय महिला जनप्रतिनिधि सहित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.