जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर पार्क में दुखद खबर सामने आई है. मंगलवार दोपहर को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर में मादा पैंथर बसंती की मौत हो गई. पैंथर के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
मादा पैंथर को 9 नवंबर को जवाहर नगर फॉरेस्ट कॉलोनी से रेस्क्यू करके नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर लाया गया था. फॉरेस्ट कॉलोनी के पास नर्सरी में पिंजरा लगाकर मादा पैंथर का रेस्क्यू किया गया था. 16 अगस्त को एशियाटिक लायन जीएस की मौत हो गई थी. लायन जीएस को जोधपुर से ब्रीड लोन पर जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लाया गया था.
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डीएफओ संग्राम सिंह के मुताबिक मंगलवार दोपहर को नाहरगढ़ रेस्क्यू सेंटर में मादा पैंथर की मौत हो गई. मादा पैंथर को 9 नवंबर को जवाहर नगर फॉरेस्ट कॉलोनी से रेस्क्यू करके नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर लाया गया था. जयपुर पॉलीक्लिनिक उपनिदेशक की ओर से बोर्ड गठित करके शव का पोस्टमार्टम किया गया. मादा पैंथर करीब 17-18 वर्ष की थी. जिसके चारों कैनाइन और इंसिसोर टीथ पूरी तरह से घिसे हुए थे. चारों पैरों के नाखून भी नहीं थे. पोस्टमार्टम में मादा पैंथर की बच्चेदानी में मवाद पाया गया है. इसके विसरा के जांच के लिए सैंपल आईवीआरआई बरेली भिजवाए जा रहे हैं. मादा पैंथर पिछले 5 दिन से खाना नहीं खा रही थी. ओल्ड एज के कारण पैंथर की मौत हुई है. पोस्टमार्टम के बाद मादा पैंथर के शव का नियम अनुसार दाह संस्कार किया गया.
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एक के बाद एक वन्यजीवों की मौत: नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में एक के बाद एक वन्यजीवों की मौत हो रही है. बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसकी लापरवाही के चलते बिग केट्स मर रहे हैं. सितंबर 2019 से अगस्त 2023 तक 5 बाघ, 6 शेर और तीन पैंथर की मौत हो चुकी है. इनमें तीन की मौत की वजह कैनाइल डिस्टेंपर वायरस, दो की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट, चार की लैपटॉपायरोसिस और पांच अज्ञात बीमारी से मरना सामने आया था.
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शेरनी सुजैन की 19 सितंबर 2019 को कैनाल डिस्टेंपर वायरस से मौत हुई थी. वहीं बाघिन रिद्धि की 21 सितंबर, 2019 को कैनाइल डिस्टेंपर वायरस से मौत हुई थी. सफेद बाघिन सीता की 27 सितंबर, 2019 को कैनाइल डिस्टेंपर से मौत हुई थी. टाइगर रुद्र की 10 जून, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस से मौत हुई थी. शेर सिद्धार्थ की 11 जून, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस की वजह से मौत हुई थी.
सफेद टाइगर राजा की 4 अगस्त, 2020 को लैपटॉपायरोसिस वायरस से मौत हुई थी. शेर कैलाश की 18 अक्टूबर, 2020 को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी. शेर तेजस की 3 नवंबर, 2020 को लैपटॉपायसिरोसिस से मौत हुई थी. शेरनी तारा के शावक की 12 दिसंबर, 2020 को कमजोरी से मौत हुई थी. सफेद बाघ चीनू की 10 जुलाई, 2022 को मौत हुई थी, जिसकी वजह लैपटॉपायसिरोसिस वायरस को माना गया. 3 मार्च, 2023 को पैंथर बख्शी की बीमारी से मौत हो गई.
15 जुलाई, 2023 को अचरोल में ट्रेंकुलाइज कर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर में लाए गए पैंथर की मौत हो गई थी. फिर 14 महीने के पैंथर शिवा की अज्ञात कारणों से मौत हो गई थी. बारहसिंघा की 19 दिसंबर, 2021 को कार्डियक अरेस्ट से मौत हुई थी. इसके बाद आज 16 अगस्त, 2023 को एशियाटिक लायन जीएस की लैपटॉपायसिरोसिस की वजह से मौत हो गई.