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आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान की पेड़ से लटकती मिली लाश

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Published : Jul 20, 2020, 4:32 PM IST

दौसा में एक किसान ने पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कोरोना काल में किसान को काम नहीं मिल रहा था. ऐसे में उसके लिए अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया था.

farmer committed suicide in Dausa, राजस्थान न्यूज
किसान ने की आत्महत्या

दौसा. कोलवा थाना क्षेत्र के गुढलिया गांव में एक किसान ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. किसान काफी समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. वहीं कोरोना संक्रमण के इस दौर में काम नहीं मिलने से उसकी माली हालत और खराब हो गई थी.

कोलवा थाना क्षेत्र के गुढलिया गांव के किसान नमो नारायण मीणा की आर्थिक हालत खराब थी. उसके पास रहने के लिए पक्का मकान भी नहीं था. ग्रामीणों का कहना है कि उसके पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी. नमो अपनी मां पत्नी और 5 बच्चों के साथ रहता था. हाल में उसने खेती के लिए कुछ महीने पहले बोरिंग करवाया था. जिसमें काफी पैसे लगाने के बावजूद भी पानी नहीं आया.

किसान ने की आत्महत्या

दूसरी तरफ कोरोना काल ने उसकी परेशानी और बढ़ा दी. सारे कामकाज बंद थे. ऐसे में उसे कहीं मजदूरी भी नहीं मिल रही थी. इस कारण उसके लिए अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया था. वह कई दिनों से गुमशुम रहने लगा था. सोमवार की सुबह नमो खेतों के लिए निकला था, लेकिन सूचना मिली कि उसका शव पेड़ पर लटका मिला है.

यह भी पढ़ें. दौसा में उपसभापति वीरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन

घटना की जानकारी मिलने के बाद कोलवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर बांदीकुई अस्पताल भिजवाया. जिसके बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.

वहीं पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया पूरा मामला आत्महत्या से जुड़ा हुआ है. मृतक पर काफी कर्जा भी हो गया था. ऐसे में संभवतया आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण ही पेड़ से फंदा लगाकर जान दी है.

दौसा. कोलवा थाना क्षेत्र के गुढलिया गांव में एक किसान ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. किसान काफी समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. वहीं कोरोना संक्रमण के इस दौर में काम नहीं मिलने से उसकी माली हालत और खराब हो गई थी.

कोलवा थाना क्षेत्र के गुढलिया गांव के किसान नमो नारायण मीणा की आर्थिक हालत खराब थी. उसके पास रहने के लिए पक्का मकान भी नहीं था. ग्रामीणों का कहना है कि उसके पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी. नमो अपनी मां पत्नी और 5 बच्चों के साथ रहता था. हाल में उसने खेती के लिए कुछ महीने पहले बोरिंग करवाया था. जिसमें काफी पैसे लगाने के बावजूद भी पानी नहीं आया.

किसान ने की आत्महत्या

दूसरी तरफ कोरोना काल ने उसकी परेशानी और बढ़ा दी. सारे कामकाज बंद थे. ऐसे में उसे कहीं मजदूरी भी नहीं मिल रही थी. इस कारण उसके लिए अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो गया था. वह कई दिनों से गुमशुम रहने लगा था. सोमवार की सुबह नमो खेतों के लिए निकला था, लेकिन सूचना मिली कि उसका शव पेड़ पर लटका मिला है.

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घटना की जानकारी मिलने के बाद कोलवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर बांदीकुई अस्पताल भिजवाया. जिसके बाद पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.

वहीं पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया पूरा मामला आत्महत्या से जुड़ा हुआ है. मृतक पर काफी कर्जा भी हो गया था. ऐसे में संभवतया आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण ही पेड़ से फंदा लगाकर जान दी है.

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