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जयपुरः फूड पॉइजनिंग का शिकार हुआ परिवार, 13 सदस्य बीमार - rajasthan news

जयपुर के कोटपूतली के राजकीय बीडीएम अस्पताल में दूषित भोजन के शिकार हुए एक ही परीवार के 13 मरीज भर्ती हुए है. अस्पताल में डॉक्टरों ने फौरन उन्हें इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज शुरू किया. वहीं मरीजों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

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फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए एक ही परिवार के 13 सदस्य
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Published : Jan 7, 2020, 12:55 AM IST

कोटपूतली (जयपुर). राजकीय बीडीएम अस्पताल में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब दूषित भोजन के शिकार एक के बाद एक 13 मरीज अस्पताल पहुंचे . इन मरीजों में 6 बच्चे, 3 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल थे. ये मरीज एक ही परीवार के है जो कि बानसूर के इसरा के बास के रहने वाले हैं. वहीं डॉक्टरों ने फौरन इनका इलाज इमरजेंसी में भर्ती कर शुरू किया.

फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए एक ही परिवार के 13 सदस्य

मरीजों के परिजनों के मुताबिक रात को इन लोगों ने खाने में गेहूं-बाजरे की रोटी, गोभी की सब्जी खाई थी और दूध पिया था. हो सकता है कि खाने में कोई जहरीला जानवर पड़ गया हो. हालांकि, परिजनों का यह भी कहना है कि खाना पकाने के बर्तनों को संभाला गया तो ऐसा कुछ नहीं मिला. वहीं मरीजों की हालत खतरे से बाहर है. जांच रिपोर्ट आने के बाद इन्हें छुट्टी भी दे दी जाएग.

पढ़ेंः अब भाजपा से जुड़े पूर्व सैनिक CAA को लेकर लोगों को करेंगे जागृत

फूड पॉइजनिंग के मामलों पर डॉक्टरों की सलाह है कि खाना पकाते समय खास ध्यान रखना चाहिए, विशेषकर गांवों में. कई बार गांवों में खाना पकाकर खुला छोड़ दिया जाता है. इससे कई छोटे जानवर खाने में गिर सकते हैं. साथ ही बताया कि कई बार बासी खाना भी जहरीला हो जाता है. ऐसे में ज्यादा देर का पका खाना नहीं खाना चाहिए. इन बातों पर ध्यान देकर हम फूड पॉइजनिंग से बच सकते हैं.

कोटपूतली (जयपुर). राजकीय बीडीएम अस्पताल में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब दूषित भोजन के शिकार एक के बाद एक 13 मरीज अस्पताल पहुंचे . इन मरीजों में 6 बच्चे, 3 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल थे. ये मरीज एक ही परीवार के है जो कि बानसूर के इसरा के बास के रहने वाले हैं. वहीं डॉक्टरों ने फौरन इनका इलाज इमरजेंसी में भर्ती कर शुरू किया.

फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए एक ही परिवार के 13 सदस्य

मरीजों के परिजनों के मुताबिक रात को इन लोगों ने खाने में गेहूं-बाजरे की रोटी, गोभी की सब्जी खाई थी और दूध पिया था. हो सकता है कि खाने में कोई जहरीला जानवर पड़ गया हो. हालांकि, परिजनों का यह भी कहना है कि खाना पकाने के बर्तनों को संभाला गया तो ऐसा कुछ नहीं मिला. वहीं मरीजों की हालत खतरे से बाहर है. जांच रिपोर्ट आने के बाद इन्हें छुट्टी भी दे दी जाएग.

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फूड पॉइजनिंग के मामलों पर डॉक्टरों की सलाह है कि खाना पकाते समय खास ध्यान रखना चाहिए, विशेषकर गांवों में. कई बार गांवों में खाना पकाकर खुला छोड़ दिया जाता है. इससे कई छोटे जानवर खाने में गिर सकते हैं. साथ ही बताया कि कई बार बासी खाना भी जहरीला हो जाता है. ऐसे में ज्यादा देर का पका खाना नहीं खाना चाहिए. इन बातों पर ध्यान देकर हम फूड पॉइजनिंग से बच सकते हैं.

Intro:
कोटपूतली के राजकीय BDM अस्पताल में आज उस समय हड़कंप मच गया जब दूषित भोजन के शिकार एक के बाद एक 13 मरीज भर्ती हुए। इन मरीजों में 6 बच्चे, 3 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल थे। ये सभी मरीज एक ही परिवार के थे। ये परिवार अलवर जिले की बानसूर तहसील के इसरा के बास के रहने वाले हैं। । Body:राजकीय BDM अस्पताल में पहुंचते ही इमरजेंसी में भर्ती कर डॉक्टरों ने फौरन इनका इलाज शुरू किया।
Byte- डॉ जे एन बैरवा, BDM अस्पताल

मरीजों कें परिजनों के मुताबिक रात को इन लोगों ने खाने में गेहूं-बाजरे की रोटी, गोभी की सब्जी खाई थी और दूध पिया था। हो सकता है कि खाने में कोई जहरीला जानवर पड़ गया हो। हालांकि परिजनों का कहना है कि खाना पकाने के बर्तनों को संभाला गया तो ऐसा कुछ नहीं मिला।
बाइट- रामेश्वर, परिजन

मरीजों की हालत खतरे से बाहर है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इन्हें छुट्टी भी दे दी जाएगीConclusion:फ़ूड पॉइज़निंग के मामलों पर डॉक्टरों की सलाह है कि खाना पकाते समय खास ध्यान रखना चाहिए, विशेषकर गांवों में। कई बार गांवों में खाना पकाकर खुला छोड़ दिया जाता है। इससे कई छोटे जानवर खाने में गिर सकते हैं। कई बार बासी खाना भी जहरीला हो जाता है। ऐसे में ज्यादा देर का पका खाना नहीं खाना चाहिए। इन बातों पर ध्यान देकर हम फ़ूड पॉइज़निंग से बच सकते हैं।

मनोज सैनी, ई टीवी भारत, कोटपूतली
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