जयपुर. राजधानी में चल रहे भारतीय युवा संसद कार्यक्रम का सोमवार को दूसरा दिन था. इस मौके पर पूरे दिन में चार अलग-अलग सत्र हुए. जिसमें जनप्रतिनिधियों और वक्ताओं ने युवाओं के प्रश्नों का सामना कर उनका उत्तर दिया. इस मौके पर दूसरे दिन के दूसरे सत्र में मणिपुर के शिक्षा मंत्री टी राधेश्याम और मोटिवेटर लक्ष्मण सिंह लापोड़िया मुख्य वक्ता रहे.
शहर के इंदिरा गांधी पंचायतीराज ऑडिटोरियम में चल रहे इंडियन युथ पार्लियामेंट के सेकेंड डे के दूसरे सत्र में एक भारत-श्रेष्ट भारत, शिक्षा और जल संरक्षण मुख्य बिंदु रहे. साथ ही युवा संसद में लोकतंत्र में तनाव और बदलते वैश्विक परिदृश्य में समाधान के विषय पर भी मंथन हुआ.
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ईटीवी भारत की मीडिया पार्टनरशिप में चल रहे भारतीय युवा संसद के दूसरे दिन के दूसरे सत्र में मणिपुर के शिक्षा मंत्री टी राधेश्याम ने कहा कि युवा शक्ति अपना गुरु-शिष्य-माता-पिता सब कुछ खुद ही है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश में जो भी समस्याएं आएगी उसका जवाब भारत के ही युवा देंगे. इस यूथ पार्लियामेंट से युवा को काफी सीखने को मिलेगा. इसके लिए उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी यूथ पार्लियामेंट रखेंगे. ताकि ऐसे कार्यक्रम से युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और जल्द ही भारत सुपर पॉवर बनकर उभरेगा.
वहीं इस मौके पर मोटिवेटर लक्ष्मण सिंह लापोड़िया ने घटते जल स्तर पर प्रकाश डाला और युवाओं से आह्वान किया कि जल संरक्षण ज्यादा करें नहीं तो आने वाली पीढ़ीयां पानी से प्यासे रहने से अपना जीवन गंवा बैठेगी. साथ ही उन्होंने कहा की युवा देश को मजबूत करने का काम करें और देशहित के लिए अच्छे काम करने का संकल्प ले. यदि युवा आगे बढ़ेगा तो देश भी आगे प्रगति करेगा.
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इस मौके पर युवा कलाकारों ने संगीत की भी प्रस्तुतियां दी. जिसमें खूब तालियां बटौरी गई. खुद मणिपुर के शिक्षा मंत्री टी राधेश्याम भी अपने आपको रोक नहीं पाए और एक गाना उन्होंने भी गाया. वहीं युवाओं ने आपस में एक-दूसरे में अलग अलग भाषाओं में चर्चा-परिचर्चा भी की. जिसमें उन्होंने अपने अपने स्टेट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. बता दें कि इस यूथ पार्लियामेंट में देशभर के अलग-अलग हिस्सों के कॉलेजों से युवा आएं है.