जयपुर. कोरोना काल से पहले शादी-बारात के दौरान डीजे की धुन के साथ ही लोगों के पैर थिरकने लगते थे. इनके बजने के साथ ही शादियों से लेकर पार्टियों तक एक अलग माहौल बनता था, लेकिन इस कोरोना काल ने डीजे का शोर अब खामोश कर दिया है. क्योंकि कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी और मास्क जरूरी हो गया है.
दूसरी ओर यही हाल फोटोग्राफरों का हो रहा है. यादों का संग्रह फोटो और वीडियो के माध्यम से अपनी कल्पना से कैद करने वाले फोटोग्राफरों पर कोरोना काल आफत बनकर टूटा है. शादी-विवाह और अन्य समारोह रद्द कर दिए जाने से फोटोग्राफर बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में फोटोग्राफरों पर परिवार के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है. लोगों का कहना है कि हर साल बड़े पैमाने में शादियां होती हैं, लेकिन इस साल शादियों के सीजन में लॉकडाउन लग गया. जिससे सभी मांगलिक कार्य रद्द कर दिए गए.
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डीजे साउंड के मालिकों का कहना है कि लॉकडाउन से डीजे साउंड का धंधा चौपट हो गया है. जिससे परिवार पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है. सरकार की तरफ से अभी तक कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है. सरकार को डीजे साउंड पर लगी रोक को तत्काल हटाना चाहिए. जब सरकार ने अनलॉक में अधिकतर व्यवसायों को खोलने की रियायत दी है तो डीजे साउंड को भी संचालित करने की छूट मिलनी चाहिए.