जयपुर. राजस्थान के स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव पर जारी सियासत में भाजपा नेता दीया कुमारी और कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास आमने-सामने हैं. दीया इतिहास के साथ छेड़छाड़ ना करने की मांग पर मुख्यमंत्री को पत्र भी लिख दिया और साथ यह भी कह डाला यदि राजस्थान की जनता की भावना के साथ खेला गया तो उसे बर्दाश्त कोई नहीं करेगा.
वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस पूरे मामले में सियासत कर रहे हैं. प्रताप सिंह के अनुसार चित्तौड़गढ़ जौहर और महाराणा प्रताप के लिए कांग्रेस को भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. उनके अनुसार कांग्रेस इतिहास का सम्मान करती है और उसे सम्मान के साथ ही पेश करेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार और राजनीतिक पार्टियों में कभी इतिहास बंटता नहीं है ना ही बदला जाता है. कांग्रेस किसी महापुरुष का अपमान नहीं करेंगी और मुख्यमंत्री खुद काफी संवेदनशील है .वह राजस्थान के इतिहास और जनता की भावनाओं को भी अच्छी तरह समझते हैं.
हल्दीघाटी युद्ध हिंदू मुस्लिम के बीच नहीं राजाओं के बीच था- प्रताप सिंह
प्रताप सिंह के अनुसार हल्दीघाटी के युद्ध को भाजपा ने मुद्दा बनाया और आरएसएस से जुड़े लोग इसे हिंदू मुस्लिम और धर्मों के बीच युद्ध दिखाने की कोशिश करते है. जबकि यह युद्ध दो राजाओं के स्वाभिमान के बीच युद्ध था. उनके अनुसार महाराणा प्रताप के पांच सेनापति थे इसमें मुस्लिम भी शामिल था.