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Diwali 2023 : 900 करोड़ का इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और बर्तन का बाजार, इस बार 720 करोड़ तक सिमटने के आसार - Diwali 2023

Diwali 2023, इस बार दीपावली पर इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और बर्तन के व्यापारियों ने कम कारोबार रहने की संभावना जताई है. बाजार में रौनक कम है, जिससे बाजार सिमटने के आसार हैं. आखिर क्यों चहक नहीं रहा बाजार, जानिए हमारी इस स्पेशल रिपोर्ट में...

Possibility of less business in Diwali 2023
दिवाली 2023 में कम कारोबार की संभावना
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 9, 2023, 9:56 AM IST

Updated : Nov 10, 2023, 11:46 AM IST

बाजार में रौनक कम

जयपुर. प्रदेश में खुशियों का महापर्व दीपावली और लोकतंत्र का महापर्व चुनाव दोनों सिर पर हैं. ऐसे में बाजार में रौनक भी बढ़ी है, लेकिन पिछले साल के मुकाबले ये रौनक कम आंकी जा रही है. विश्लेषक बताते हैं कि इसकी एक बड़ी वजह चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई 50 हजार राशि के खर्च की लिमिटेशन है. पिछले साल के मुकाबले इस बार बाजार में कम कारोबार रहने की संभावना है. हालात ये है कि साल 2022 में राजधानी जयपुर में जहां कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक और बर्तन का संयुक्त कारोबार 900 करोड़ का था, वहीं इस बार केवल 720 करोड़ कारोबार की संभावना जताई जा रही है.

दीपावली की खरीदारी को लेकर लोगों में खासा उत्साह बना रहता है. हो भी क्यों ना हो, साल में एक बार ही तो आता है दीपोत्सव और चेहरे पर लाता है मुस्कान. भारत के इस सबसे बड़े त्योहार पर बाजार चहक उठते हैं. चहूं और रोशनी से गलियां सज जाती है. बाजारों में भी हुजूम उमड़ता है. दीपावली की साफ-सफाई में पुराना और अनावश्यक सामान को घर से बाहर निकाला जाता है और फिर घर में प्रवेश करते हैं नए सामान. यही वजह है कि वर्षों से घरों में रंग-रोगन, पर्व पर पहनने के लिए नए कपड़े और नए बर्तन लाने की एक परंपरा सी चली आ रही है. लोगों में दीपावली ही नहीं आगामी दिनों में शादियों के सीजन को लेकर भी शॉपिंग को लेकर जबरदस्त क्रेज है.

पढ़ें : Festival Season : बसों का किराया 1000 तक बढ़ा, घर नहीं जा पा रहे कोचिंग स्टूडेंट्स

ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ झुक रहे कस्टमर : हालांकि, व्यापारी पिछले साल की तुलना में अब तक के कारोबार से संतुष्ट नहीं है. जयपुर के इलेक्ट्रॉनिक बाजार जयंती मार्केट के अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने बताते हैं कि बाजार में दीपावली की रौनक कम दिख रही है. इसकी एक बड़ी वजह इलेक्शन कमिशन की ओर से तय की गई 50 हजार की लिमिट भी है. ऐसे में ग्राहक बाजार तक नहीं पहुंच रहें, जबकि नवरात्रि और दीपावली पर इलेक्ट्रॉनिक्स का साल का 40 फीसदी मार्केट रहता है, लेकिन अभी तक प्रॉपर मार्केट फिट नहीं हुआ है. वहीं ऑनलाइन शॉपिंग ने भी मार्केट को तोड़ने का काम किया है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 30 से 40 फीसदी डिस्काउंट मिलने से कस्टमर वहां शिफ्ट हो जाता है, लेकिन वहां चीटिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्राहक बाजार का रूख तो करते हैं लेकिन परचेसिंग माइंडसेट क्रिएट नहीं कर पाते. उन्होंने बताया कि 2022 में इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यापार करीब 400 करोड़ था, जिसमें इस बार करीब 35 फीसदी की गिरावट है.

Possibility of less business in Diwali 2023
दिवाली 2023 में कम कारोबार की संभावना

पढ़ें : दीपावली पर बाजार में रौनक, पिंक सिटी की सुरक्षा में तैनात होंगी नीली वर्दी वाली बेटियां, जानें क्या है तैयारी

10 से 15 फीसदी घट सकता है कपड़ा कारोबार : वहीं, दीपावली के दौरान कपड़ों की भी जमकर खरीदारी होती है. चूंकि इसके ठीक बाद विंटर सीजन आता है और साथ ही देवउठनी एकादशी के साथ शादियों का सीजन भी शुरू हो जाता है. ऐसे में पर्व और शादियों के सीजन को ध्यान में रखते हुए ग्राहक सलवार सूट, बेस, साड़ियां, सूट और रेडीमेड गारमेंट खरीदने में रुचि दिखाते हैं. हालांकि राजस्थान कपड़ा उद्योग के महामंत्री सुरेश सैनी के अनुसार इस बार कुछ कमी दिख रही है. इसका एक बड़ा कारण बाजार में फुटफॉल की कमी है और चुनाव के चलते जगह-जगह लोगों की जांच की जा रही है. उन्होंने कारोबार बढ़ने की उम्मीद जताई है, लेकिन फिलहाल साड़ियां, कपड़े, टैक्सटाइल, फैब्रिक और रेडीमेड का जो कारोबार दीपावली सीजन में 245 करोड़ का होता आया है. वो इस बार 10 से 15 फीसदी कम होता दिख रहा है. ऐसे में इस बार केवल 225 करोड़ का कारोबार रहने का आकलन किया गया है.

पढ़ें : इस बार 7 दिनों तक निहार सकेंगे जयपुर की रोशनी, मतदान का संदेश देने वाली होगी सजावट

बर्तन बाजार में आई रौनक : इसके इतर बर्तन बाजार जरूर उठा है, जिसका एक कारण धनतेरस बताया जा रहा है. बर्तन व्यवसायी नवनीत मित्तल की माने तो अब जाकर बाजार उठने लगा है. पर्व को लेकर उत्साह का माहौल बन रहा है. बर्तनों में तांबा, पीतल, स्टील सभी तरह के बर्तनों की मांग है और धनतेरस के पर्व के मद्देनजर स्टॉक भी मेंटेन किया गया है, क्योंकि मान्यता है कि इस दिन बर्तन खरीदने से सुख, समृद्धि और वैभव आता है.

बहरहाल, दीपावली के दौरान हर दिन योग-संयोग के बीच ज्योतिषाचार्यों ने रिकॉर्ड धन वर्षा होने की उम्मीद जताई है. 10 नवंबर से 12 नवंबर तक 3 दिन अमृत योग, प्रीति योग और आयुष्मान योग रहने वाला है, जिसमें कारोबार बढ़ने की उम्मीद भी है.

बाजार में रौनक कम

जयपुर. प्रदेश में खुशियों का महापर्व दीपावली और लोकतंत्र का महापर्व चुनाव दोनों सिर पर हैं. ऐसे में बाजार में रौनक भी बढ़ी है, लेकिन पिछले साल के मुकाबले ये रौनक कम आंकी जा रही है. विश्लेषक बताते हैं कि इसकी एक बड़ी वजह चुनाव आयोग की ओर से जारी की गई 50 हजार राशि के खर्च की लिमिटेशन है. पिछले साल के मुकाबले इस बार बाजार में कम कारोबार रहने की संभावना है. हालात ये है कि साल 2022 में राजधानी जयपुर में जहां कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक और बर्तन का संयुक्त कारोबार 900 करोड़ का था, वहीं इस बार केवल 720 करोड़ कारोबार की संभावना जताई जा रही है.

दीपावली की खरीदारी को लेकर लोगों में खासा उत्साह बना रहता है. हो भी क्यों ना हो, साल में एक बार ही तो आता है दीपोत्सव और चेहरे पर लाता है मुस्कान. भारत के इस सबसे बड़े त्योहार पर बाजार चहक उठते हैं. चहूं और रोशनी से गलियां सज जाती है. बाजारों में भी हुजूम उमड़ता है. दीपावली की साफ-सफाई में पुराना और अनावश्यक सामान को घर से बाहर निकाला जाता है और फिर घर में प्रवेश करते हैं नए सामान. यही वजह है कि वर्षों से घरों में रंग-रोगन, पर्व पर पहनने के लिए नए कपड़े और नए बर्तन लाने की एक परंपरा सी चली आ रही है. लोगों में दीपावली ही नहीं आगामी दिनों में शादियों के सीजन को लेकर भी शॉपिंग को लेकर जबरदस्त क्रेज है.

पढ़ें : Festival Season : बसों का किराया 1000 तक बढ़ा, घर नहीं जा पा रहे कोचिंग स्टूडेंट्स

ऑनलाइन शॉपिंग की तरफ झुक रहे कस्टमर : हालांकि, व्यापारी पिछले साल की तुलना में अब तक के कारोबार से संतुष्ट नहीं है. जयपुर के इलेक्ट्रॉनिक बाजार जयंती मार्केट के अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने बताते हैं कि बाजार में दीपावली की रौनक कम दिख रही है. इसकी एक बड़ी वजह इलेक्शन कमिशन की ओर से तय की गई 50 हजार की लिमिट भी है. ऐसे में ग्राहक बाजार तक नहीं पहुंच रहें, जबकि नवरात्रि और दीपावली पर इलेक्ट्रॉनिक्स का साल का 40 फीसदी मार्केट रहता है, लेकिन अभी तक प्रॉपर मार्केट फिट नहीं हुआ है. वहीं ऑनलाइन शॉपिंग ने भी मार्केट को तोड़ने का काम किया है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 30 से 40 फीसदी डिस्काउंट मिलने से कस्टमर वहां शिफ्ट हो जाता है, लेकिन वहां चीटिंग के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्राहक बाजार का रूख तो करते हैं लेकिन परचेसिंग माइंडसेट क्रिएट नहीं कर पाते. उन्होंने बताया कि 2022 में इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यापार करीब 400 करोड़ था, जिसमें इस बार करीब 35 फीसदी की गिरावट है.

Possibility of less business in Diwali 2023
दिवाली 2023 में कम कारोबार की संभावना

पढ़ें : दीपावली पर बाजार में रौनक, पिंक सिटी की सुरक्षा में तैनात होंगी नीली वर्दी वाली बेटियां, जानें क्या है तैयारी

10 से 15 फीसदी घट सकता है कपड़ा कारोबार : वहीं, दीपावली के दौरान कपड़ों की भी जमकर खरीदारी होती है. चूंकि इसके ठीक बाद विंटर सीजन आता है और साथ ही देवउठनी एकादशी के साथ शादियों का सीजन भी शुरू हो जाता है. ऐसे में पर्व और शादियों के सीजन को ध्यान में रखते हुए ग्राहक सलवार सूट, बेस, साड़ियां, सूट और रेडीमेड गारमेंट खरीदने में रुचि दिखाते हैं. हालांकि राजस्थान कपड़ा उद्योग के महामंत्री सुरेश सैनी के अनुसार इस बार कुछ कमी दिख रही है. इसका एक बड़ा कारण बाजार में फुटफॉल की कमी है और चुनाव के चलते जगह-जगह लोगों की जांच की जा रही है. उन्होंने कारोबार बढ़ने की उम्मीद जताई है, लेकिन फिलहाल साड़ियां, कपड़े, टैक्सटाइल, फैब्रिक और रेडीमेड का जो कारोबार दीपावली सीजन में 245 करोड़ का होता आया है. वो इस बार 10 से 15 फीसदी कम होता दिख रहा है. ऐसे में इस बार केवल 225 करोड़ का कारोबार रहने का आकलन किया गया है.

पढ़ें : इस बार 7 दिनों तक निहार सकेंगे जयपुर की रोशनी, मतदान का संदेश देने वाली होगी सजावट

बर्तन बाजार में आई रौनक : इसके इतर बर्तन बाजार जरूर उठा है, जिसका एक कारण धनतेरस बताया जा रहा है. बर्तन व्यवसायी नवनीत मित्तल की माने तो अब जाकर बाजार उठने लगा है. पर्व को लेकर उत्साह का माहौल बन रहा है. बर्तनों में तांबा, पीतल, स्टील सभी तरह के बर्तनों की मांग है और धनतेरस के पर्व के मद्देनजर स्टॉक भी मेंटेन किया गया है, क्योंकि मान्यता है कि इस दिन बर्तन खरीदने से सुख, समृद्धि और वैभव आता है.

बहरहाल, दीपावली के दौरान हर दिन योग-संयोग के बीच ज्योतिषाचार्यों ने रिकॉर्ड धन वर्षा होने की उम्मीद जताई है. 10 नवंबर से 12 नवंबर तक 3 दिन अमृत योग, प्रीति योग और आयुष्मान योग रहने वाला है, जिसमें कारोबार बढ़ने की उम्मीद भी है.

Last Updated : Nov 10, 2023, 11:46 AM IST
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