जयपुर. डीजीपी ने लॉकडाउन के दौरान पुलिस से की जा रहीअपेक्षाओं को पूरा करने के साथ ही क्राइम कंट्रोल और प्रीवेंशन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए. उन्होंने अपराध होने के मूल कारणों का पता लगाकर उन कारणों का समाधान के प्रयास करने एवं प्रीवेंटिव एक्शन लेकर क्राइम कंट्रोल करने की आवश्यकता प्रतिपादित की. डीजीपी लाठर ने रेंज और जिला वार क्राइम की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि घरेलू या निजी मामलों में विवाद उत्पन्न होती ही संबंधित पक्षो को पाबंद कर प्रिवेंशन एक्शन लिया जाए. जिन क्षेत्रों में फायर आर्म्स यूज हो रहे हैं उस एरिया में फायर आर्म्स कंट्रोल के लिए आर्म्स एक्ट के तहत प्रभावी कार्रवाई की जाये.
इस वर्ष पुलिस प्राथमिकताओं में संगठित अपराधों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने संगठित अपराधों की प्रभावी मानिटरिंग कर उनकी रोकथाम के निर्देश दिए है. इस संबंध में जिला स्तर पर की जा रही कार्यवाही की विस्तार से समीक्षा की गई.
डीजीपी ने फरार अपराधियों के बारे में प्रभावी आसूचना प्राप्त करने के लिये सभी रेंज आईजी ओर एसपी को फरार अपराधियों पर इनाम घोषित करने के निर्देश दिए. उन्होंने जमानत पर चल रहे लेकिन सक्रिय अपराधियों को चिन्हित कर उनकी जमानत खारिज कराने की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये. उन्होंने अंडर ट्रायल क्रिमिनल्स को मॉनिटर करने और उन्हें केस ऑफिसर स्कीम में लेकर जल्द से जल्द सजा दिलवाने के प्रयास करने के भी निर्देश दिए.. क्रिमिनल्स का विस्तृत डोजियर तैयार कर उनके नेटवर्क का पता लगाने के भी निर्देश दिये गए.
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इसके साथ ही डीजीपी लाठर ने पिछले दिनों संभाग स्तर पर जाकर वृताधिकारियों की मीटिंग लेकर आवश्यक निर्देश दिए थे. वीसी में उन्होंने उन कार्यों की समीक्षा की और अच्छा कार्य करने वाले सीओ की प्रशंसा की और शेष को कार्य प्रणाली सुधारने की नसीहत दी गई.