जयपुर. कोरोना संकट के बीच बेरोज़गार युवाओं को सरकारी नौकरियां देने की कवायद शुरू की गई है. सीएम गहलोत ने अलग-अलग विभागों में प्रक्रियाधीन भर्तियों की समीक्षा करते हुए आरपीएससी और राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड कैलेंडर के अनुरूप भर्तियां कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. ईटीवी भारत ने मामले को लेकर खबर दिखाई थी जिसके बाद सीएम गहलोत ने शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, कृषि, कार्मिक सहित अन्य विभागों में प्रक्रियाधीन भर्तियों की स्थिति की समीक्षा करते हुए सभी भर्तियों को टाइम बाउंड फ्रेम में पूरा करने के बाद जल्द नियुक्तियां देने के निर्देश दिए थे. लेकिन ऐसी भी कई भर्तियां हैं जिनमें नियुक्तियों के बाद भी सैकड़ों पद रिक्त हैं, लेकिन राज्य सरकार ने इन पर अब तक संज्ञान नहीं लिया हैं.
कहां कितने पद रिक्त:
- राजस्थान पुलिस भर्ती 2018- 1600 से ज्यादा पद रिक्त
- रीट शिक्षक भर्ती 2018 (लेवल-2)- 3500 पद रिक्त
- वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2016- (सामाजिक विज्ञान, हिन्दी, गणित विषय) 1200 से ज्यादा रिक्त पद
- संस्कृत शिक्षा विभाग भर्ती 2017- 389 पद रिक्त
- रीट शिक्षक भर्ती 2016 (लेवल-2) (अंग्रेजी, विज्ञान, गणित विषय) 1703 पद रिक्त
- रीट शिक्षक भर्ती 2018 (लेवल-1) 984 पद रिक्त
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इसी तरह सूचना सहायक भर्ती 2018, चिकित्सा विभाग में सूचना सहायक भर्ती 2013, पीटीआई, पशुधन सहायक, कर सहायक और कंप्यूटर शिक्षकों के पद भी रिक्त हैं. इन भर्तियों पर राज्य सरकार का अब तक ध्यान नहीं गया है.
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गहलोत सरकार का दावा है कि, उनके कार्यकाल में अब तक 56 हजार 523 नियुक्तियां दी जा चुकी हैं. साथ ही 12 हजार 341 पदों के परिणाम जारी किए जा चुके हैं. वहीं 26 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन प्रकाशित किए जा चुके हैं.
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इसके अलावा जिन भर्तियाें में प्रक्रिया पूरी हो चुकी है उनमें नियुक्तिों के लिए जल्द से जल्द अभ्यर्थियों की सूची विभागों को भिजवाई जा रही है. ऐसे में अब इन विभागों में रिक्त पड़े इन पदों पर भर्तियां निकालने भी मांग उठ रही है. पदों से संबंधित अभ्यार्थी को फिर से उम्मीद जगी है नियुक्तियां पाने की अब इन लोगों की नजर सरकार पर है.