जयपुर. राजधानी जयपुर को आबादी के चलते नगर निगम हेरिटेज और नगर निगम ग्रेटर में बांट दिया गया है. अब जयपुर में दो नगर निगम बन चुके हैं, लेकिन अब कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि दो नगर निगम के बाद अब राजधानी जयपुर में शहर जिला कांग्रेस को भी दो हिस्सों में बांट दिया जाए, ताकि राजधानी जयपुर के सभी धर्मों और सभी कार्यकर्ताओं को भरपूर मौका मिल सके.
दरअसल, जयपुर जिले की निवर्तमान कार्यकारिणी में करीब 1500 पदाधिकारी थे और राजधानी जयपुर में जनसंख्या करीब 35 से 40 लाख है. ऐसे में कांग्रेस में अब यह चर्चा शुरू हो गई है कि ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं और बड़े तबके को कांग्रेस पार्टी में पदाधिकारी के तौर पर मौका मिल सके इसके लिए दो जिला कांग्रेस बना दी जाए. वैसे भी भाजपा ने अपने संगठन को नीचे के स्तर पर पहुंचाने के लिए मंडलों की संख्या में इजाफा किया है.
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ऐसे में कांग्रेस पार्टी ग्रासरूट तक पहुंचे के लिए इस फार्मूले को अपना सकती है. हालांकि इस पर अंतिम निर्णय एआईसीसी को लेना है क्योंकि कितनी जिला कांग्रेस कितनी जनसंख्या के आधार पर बने इस पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय अपनी सिफारिश तो कर सकती है लेकिन जिला कांग्रेस का गठन एआईसीसी ही कर सकती है.