जयपुर. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा है कि विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कर्जमाफी को लेकर सरकार की कलई खुल गई है. किसानों की ऋण माफी को लेकर अब समन्वय समिति बनाई जाएगी. सरकार के मंत्री ने प्रश्नकाल में यह बात स्वीकार कर ली है.
राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि सरकार के मंत्री ने प्रश्नकाल में स्वीकार किया कि राष्ट्रीयकृत और कमर्शियल बैंक से ऋण लेने वाले किसानों की ऋण माफी के लिए अब समन्वय समिति बनाई जाएगी. इससे 10 दिन में ऋण माफ करने वाली सरकार की बात हवा-हवाई साबित हुई है. राजेंद्र राठौड़ ने यह भी कहा कि जो खरीफ की फसल के लिए ऋण 1 अप्रैल से मिलना शुरू होना था, वह आज से शुरू हुआ है. यह बात भी विधानसभा में मंत्री ने बताई. उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में पैसों का लेखन नहीं हुआ है. किसानों को पैसा नहीं मिल रहा है. इस तरह 10 दिन में ऋण माफ करने की बात मिथ्या साबित हो गई है.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमने स्पीकर से मिलकर इस विषय पर आधे घंटे की चर्चा के लिए समय मांगा है, जब भी स्पीकर व्यवस्था करेंगे. उस समय इस विषय पर आधे घंटे के लिए सदन में चर्चा की जाएगी. जब राजेंद्र राठौड़ से कर्नाटक और गोवा जैसी स्थिति राजस्थान में बनने का सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस बटी हुई है. जब मुख्यमंत्री आते हैं तो नेता साथ आते हैं और उनके जाते ही चले जाते हैं. कांग्रेस सरकार अंतर्विरोध से भरी हुई है. उनमें कोई भी बात कहीं भी हो सकती है. उनमें आपस में ही अंतर्विरोध है. राठौड़ ने विधायकों की खरीद फरोख्त से इनकार करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने ही भार से कब टूट जाए कुछ पता नहीं.