जयपुर. सफाई कर्मचारी भर्ती के नियमों में बदलाव को लेकर हड़ताल कर रहे वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारियों और सरकार के बीच शुक्रवार को आखिरकार सुलह की राह निकल आई. शाम को सचिवालय में हुई बैठक में हड़ताली सफाई कर्मचारियों की पांच मांगों पर सरकार की ओर से सहमति जता दी गई है. इसके बाद सफाई कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की है. अब सफाई कर्मचारी शनिवार से काम पर लौटेंगे.
सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि इस वार्ता में इस बात पर सहमति बनी कि 21 अप्रैल 2023 को सफाई कर्मचारियों की भर्ती को लेकर जो विज्ञप्ति जारी हुई थी. जिसे बाद में अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया था. अब इस भर्ती प्रक्रिया को पुनः शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही वार्ता में इस बात को लेकर भी सहमति बनी कि बजट 2023-24 के अनुरूप सफाई कर्मचारियों के 30,000 पदों की भर्ती सक्षम स्वीकृति के बाद जारी की जाएगी. भर्ती प्रक्रिया में सफाई का परंपरागत रूप से काम करने वाले वर्ग और समाज के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी. भर्ती प्रक्रिया के नियमों को बनाए जाते समय नगर पालिका भर्ती दिशा-निर्देश- 2013 में वर्णित भर्ती संबंधी प्रावधानों के बिंदु संख्या 13 को ध्यान में रखा जाएगा. अंतिम रूप से नियमों का प्रकाशन संयुक्त वाल्मीकि सफाई श्रमिक संघ के सलाह के बाद किया जाएगा.
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हड़ताल की अवधि का नहीं काटा जाएगा वेतनः बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी की हड़ताल अवधि के दौरान किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी और हड़ताल की अवधि का वेतन नहीं काटा जाएगा. इन मांगों पर सहमति बनने के बाद विभाग की ओर से की गई अपील को ध्यान में रखते हुए वाल्मीकि सफाई श्रमिक संगठन तथा अन्य सभी उपस्थित सफाई संगठनों ने हड़ताल को तुरंत प्रभाव से समाप्त कर काम पर लौटने की घोषणा कर दी है.
ये अधिकारी और संगठनों के प्रतिनिधि रहे मौजूदः इस मौके पर स्वायत शासन विभाग के सचिव डॉ. जोगाराम, स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक हृदयेश कुमार शर्मा, उपनिदेशक प्रशासन नरेंद्र कुमार वर्मा, हेरिटेज नगर निगम के उपायुक्त आशीष कुमार मौजूद थे. साथ ही सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया, अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष कैलाश लोहरा, ओम प्रकाश गोयर, सुरेश कल्याणी, सत्यनारायण आनोरिया और शिवचरण डंडोरिया भी मौजूद रहे.