जयपुर. कांग्रेस के बड़े नेता व सीएम अशोक गहलोत के करीबी दिनेश खोड़निया पर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के आरोप लगाने के बाद ईडी ने उनके निवास पर छापेमारी की. वहीं, ईडी की कार्रवाई के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए खोड़निया ने कहा कि ईडी को उनके घर से कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि अगर वो कुछ गलत किए होते तो जरूर ईडी को उनके घर से सबूत मिलते, लेकिन ईडी उनके घर से खाली हाथ लौट गई. खोड़निया अपने यहां हुई कार्रवाई के लिए भाजपा के राज्यसभा सांसद और सवाई माधोपुर से उम्मीदवार किरोड़ी लाल मीणा को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही सोमवार को उन्होंने किरोड़ी लाल मीणा के जयपुर स्थित आवास पर धरना देने की घोषणा की.
हालांकि, जब उन्हें पता चला कि किरोड़ी लाल मीणा अपने आवास पर नहीं है तो वो वहां नहीं गए. इस बीच उन्होंने कहा कि जिस दिन किरोड़ी लाल मीणा जयपुर में होंगे, वो उनके आवास पर जाकर धरना देंगे और उनसे पूछेंगे कि जो उन्होंने आरोप लगाए हैं उनके पीछे उनके पास क्या तथ्य हैं? दिनेश खोड़निया ने आगे कहा कि वो और टीएसपी क्षेत्र की जनता मीणा के आरोपों से आहत हैं. उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा जैसे सांसद अगर बिना सोचे समझे आरोप लगाए तो यह ठीक बात नहीं है.
हम सब मिलकर किए थे सिफारिश - दिनेश खोड़निया से जब यह पूछा गया कि क्या बाबूलाल कटरा को आरपीएससी का सदस्य बनने के लिए उन्होंने सिफारिश की थी तो उन्होंने कहा कि ये झूठे आरोप हैं. हमारे टीएसपी क्षेत्र में सभी जनप्रतिनिधि मिलकर सिफारिश करते हैं. चाहे जिला अध्यक्ष हो, ब्लॉक अध्यक्ष हो, विधायक हो या फिर पूर्व विधायक. उन्होंने कहा कि बाबूलाल कटारा ही नहीं, बल्कि जो भी 8 से 10 लोग राजनीतिक नियुक्ति के इच्छुक थे, उन सब के लिए हम सभी ने मिलकर सिफारिश की थी और राजनीति में राज्य सरकार को राजनेता सिफारिश करता है. खैर, यह कह देना कि बाबूलाल कटारा की नियुक्ति अकेले उनकी सिफारिश पर हुई है, यह सरासर गलत है.
किरोड़ी लाल मीणा के निवास के बाहर दूंगा धरना - खोड़निया ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा के जयपुर से बाहर होने के चलते वो सोमवार को धरना नहीं दे सके, लेकिन उन्होंने दावा किया कि जिस दिन भी मीणा जयपुर में होंगे वो उनके निवास के बाहर धरना देंगे. आगे उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें इजाजत नहीं दी है, बावजूद इसके वो धरना देंगे. खोड़निया ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा की कार्यशैली के बारे में पूरा राजस्थान जानता है, जिस तरह से उन्होंने गणपति प्लाजा में जाकर भोले भाले व्यापारियों को ब्लैकमेल किया है, वो सरासर गलत है. साथ ही उन्होंने कहा कि ईडी जैसी प्रतिष्ठित संस्था को भी संसद के कहने पर कहीं जाने से बचना चाहिए.