जोधपुर. प्रदेश कांग्रेस में संगठन को नीचले स्तर से मजबूत करने की कवायद के लिए ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां हो रही (Congress Block president appointment in Jodhpur) हैं. अचरज की बात यह है कि इन नियुक्तियों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी गृह जिला वंचित हैं. जोधपुर जिले में कांग्रेस के शहर व ग्रामीण के कुल 20 ब्लॉक हैं. जिनमें चार साल में चार ब्लॉक अध्यक्ष दो दिन पहले नियुक्त किए गए हैं. पहली सूची में पूरे जोधपुर जिले की नियुक्तियां नहीं हो सकीं. अभी 16 की नियुक्ति बाकी है.
बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विधायकों से नामों पर सहमति नहीं बनी. जिसके चलते अभी नियुक्तियां अटकी हुई हैं. चार ब्लॉक नियुक्तियां हुई हैं. इनमें दो सीएम के विधानसभा क्षेत्र के महामंदिर व उदयमंदिर ब्लॉक व शास्त्रीनगर व सर्राफा बाजार शहर विधायक मनीषा पंवार के विधानसभा क्षेत्र के ब्लॉक अध्यक्ष की हुई है. अभी सूरसागर विधानसभा के ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियां बाकी हैं.
एक साल से कार्यकारिणी का इंतजार: ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया तो शुरू हो गई, लेकिन करीब एक साल पहले जिले के दो टुकड़े कर उत्तर व दक्षिण में विभक्त किया गया था. दो जिलाध्यक्ष बना दिए गए. लेकिन अभी तक इनकी जिला कार्यकारिणी ही घोषित नहीं की गई है. कई कार्यकर्ता व पदाधिकारी इसके इंतजार में हैं. जिलाध्यक्ष उत्तर नरेश जोशी का कहना है कि ब्लॉक अध्यक्षों की सूची के साथ ही हमारी कार्यकारिणी भी आ सकती है. खास बात यह है कि इस कार्यकारिणी में नियुक्ति के अधिकार का प्रस्ताव सीएम अशोक गहलोत के नाम था. लेकिन सीएम कार्यकारिणी भी नियुक्त नहीं कर सके. ऐसे में चुनावी साल में पार्टी को परेशानी उठानी होगी.
बदलाव की उम्मीद: जोधपुर में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शहर या देहात सभी पर अर्से तक पुराने चेहरे ही काबिज रहे हैं. 16 साल तक शहर जिलाध्यक्ष रहे सईद अंसारी ने अपना पद छोड़ा तो इस बार दो जिलाध्यक्ष एक साल पहले बनाए गए थे. देहात जिलाध्यक्ष पद पर बिलाडा विधायक हीराराम मेघवाल लंबे समय से बने हुए हैं. इस बार चार ब्लॉक अध्यक्ष बनाए गए हैं, वे सभी नए चेहरे हैं. ऐसे में माना जा सकता है कि सीएम अपने जिले में नए लोगों को मौका दे सकते हैं. जिससे विधानसभा चुनाव के साथ-साथ उनके पुत्र वैभव गहलोत अगर लोकसभा चुनाव लड़ें, तो नई टीम साथ रहे.
कैसे जुड़ेंगे हाथ से हाथ: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जनवरी से कांग्रेस नेताओं को अपने क्षेत्र में पैदल यात्राएं शुरू करने के का कहा था. साथ ही यह भी तय हुआ था कि हर ब्लॉक स्तर पर हाथ से हाथ जोड़ो यात्राएं आयोजित होंगी. इसके बाद कहीं जाकर ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन वह अभी अधूरी है. हालात यह है कि पहली सूची में सीएम के गृह क्षेत्र में ही पूरी निुयक्तियां नहीं हुईं. ऐसे में निचले स्तर पर राहुल गांधी की मंशा पूरी होना आसान नहीं है.
ये हैं जोधपुर जिले के ब्लॉक: कांग्रेस संगठन के ढांचे में जोधपुर जिले में शहर में छह और देहात में 14 ब्लॉक हैं. कुल 20 यानी की प्रत्येक प्रत्येक विधानसभा में दो-दो ब्लॉक बनाए गए हैं. इनमें शहर में महामंदिर, उदयमंदिर, सर्राफा बाजार, शास्त्रीनगर में ब्लॉक अध्यक्ष निुयक्त कर दिए गए हैं. जबकि अभी सूरसागर व चौपासनी हाउसिंग बोर्ड ब्लॉक अध्यक्ष के नाम नहीं आए. इसी तरह से देहात के 14 ब्लॉकों में नियुक्तियों का अब भी इंतजार है. देहात के लोहावट, ओसिंया, फलोदी, भोपालगढ़, बिलाड़ा, लूणी और शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ब्लॉकों में अध्यक्ष बनाने हैं.