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महापंचायतों पर मुख्यमंत्री गहलोत का बयान, जाति वही आगे बढ़ेगी जिनमें शिक्षा होगी - जातिगत महापंचायत पर सीएम गहलोत के बयान

सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश में आए दिन हो रहे जातिगत सम्मेलनों और महापंचायतों पर कहा कि जाति वही आगे बढ़ेगी जिनमें शिक्षा होगी.

CM Gehlot on caste based conferences
जातिगत सम्मेलनों पर बोले सीएम अशोक गहलोत, जाति वही आगे बढ़ेगी, जिसमें शिक्षा होगी
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Published : Apr 17, 2023, 11:20 PM IST

Updated : Apr 18, 2023, 9:52 AM IST

महापंचायतों पर सीएम अशोक गहलोत का बयान

जयपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट कहा कि आज कोई जातिवाद की बात करे, मीटिंग कर ले. वो अपनी जगह है, लेकिन जाति वही आगे बढ़ेगी, जिनमें तालीम होगी, शिक्षा होगी. राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर के लोकार्पण समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री ने जयपुर में आए दिन हो रहे विभिन्न जातियों के सम्मेलनों और महापंचायतों पर तंज कसते हुए ये बात कही.

इस दौरान उन्होंने सेंटर का अवलोकन भी किया. साथ ही कहा कि जयपुर, दिल्ली की राह पर चल रहा है. दिल्ली में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब है, तो यहां भी बनाया जा रहा है. दिल्ली में आईआईसी है, तो यहां आरआईसी है. जो फैसिलिटी स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान में डवेलप हो रही है, वो पूरे देश में मिसाल है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य ऐसे सेक्टर होते हैं, जहां पर ध्यान दें, तो बिजली-सड़क-पानी के काम स्वतः सुगम हो जाते हैं. सीएम ने विजन 2030 के बारे में बताया कि वो चाहते हैं कि राजस्थान देश का नंबर वन प्रदेश बने. उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में देश में सबसे ज्यादा काम राजस्थान में हुआ है. यहां हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. 3 जिलों में केंद्र सरकार की स्कीम नहीं आई. तो प्रतापगढ़, राजसमंद, जालौर में राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज खोल रही है. यही नहीं आजकल तो आईएएस अधिकारी भी सबसे ज्यादा राजस्थान से ही निकल रहे हैं.

पढ़ेंः CM अशोक गहलोत ने दी राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर की सौगात, 140 करोड़ की लागत से हुआ तैयार

उन्होंने कहा कि अब हर साल 500 बच्चे विदेश जाएंगे. उनमें से कुछ पढ़ लिख कर भीमराव अंबेडकर और जवाहरलाल नेहरू की तरह काम करेंगे, तो कोई बड़ा उद्योगपति बनेगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां से पहले उन्होंने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भी उद्घाटन किया. जो रेवेन्यू और एक्साइज के लिए पूरी तरह रिसर्च और एनालाइज करने वाली आधुनिक इमारत है. उसे देखकर लगेगा कि जयपुर किस दिशा में आगे बढ़ रहा है. आखिर में उन्होंने कहा कि आज कोई जातिवाद की बात करे, मीटिंग कर ले. वो अपनी जगह है. लेकिन जाति वही आगे बढ़ेगी, जिन में तालीम होगी, शिक्षा होगी.

पढ़ेंः Rajput Mahapanchayat : सवर्ण समाज के लिए उठी 14 फीसदी आरक्षण की मांग, बीजेपी- कांग्रेस के नेता रहे दूर

इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि जो सुविधाएं देश की जनता को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और इंडिया हैबिटेट सेंटर से मिलती हैं, वो सुविधाएं प्रदेशवासियों और बाहर के लोगों को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में मिलेंगी. यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन किए जा सकेंगे. 140 करोड़ रुपए खर्च कर नायाब चीज बनी है. यहां सभी तरह के प्रोविजन हैं. यह सीएम गहलोत की ओर से प्रदेशवासियों को एक अनुपम भेंट है. धारीवाल ने बीते दिनों कांग्रेस के विधायक अमीन कागजी की ओर से लगाए गए आरोप का जवाब देते हुए कहा कि कोटा का कोई मुकाबला हो सकता है.

पढ़ेंः Brahmin Mahakumbh : दक्षिणी राजस्थान में ब्राह्मणों ने दिखाई ताकत, जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण की मांग

उधर, जेडीए आयुक्त रवि जैन ने बताया कि जयपुर और राजस्थान की जनता यहां बौद्धिक विचार विमर्श, कल्चर प्रोग्राम कर सकेंगे. लोगों को एग्जिबिशन, ऑडिटोरियम, कॉन्फ्रेंस आदि के लिए स्थान ढूंढना नहीं पड़ेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि भवन तो बन चुका है लेकिन इसका मैनेजमेंट, इसकी मेंबरशिप और भवन के संचालन को लेकर सब अगले 10 दिन में तय हो जाएगा. इसे प्राइवेट सेक्टर को हाउसकीपिंग के लिए भी दिया जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि अगले साल का जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल भी यहीं होगा.

महापंचायतों पर सीएम अशोक गहलोत का बयान

जयपुर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट कहा कि आज कोई जातिवाद की बात करे, मीटिंग कर ले. वो अपनी जगह है, लेकिन जाति वही आगे बढ़ेगी, जिनमें तालीम होगी, शिक्षा होगी. राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर के लोकार्पण समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री ने जयपुर में आए दिन हो रहे विभिन्न जातियों के सम्मेलनों और महापंचायतों पर तंज कसते हुए ये बात कही.

इस दौरान उन्होंने सेंटर का अवलोकन भी किया. साथ ही कहा कि जयपुर, दिल्ली की राह पर चल रहा है. दिल्ली में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब है, तो यहां भी बनाया जा रहा है. दिल्ली में आईआईसी है, तो यहां आरआईसी है. जो फैसिलिटी स्वास्थ्य के क्षेत्र में राजस्थान में डवेलप हो रही है, वो पूरे देश में मिसाल है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य ऐसे सेक्टर होते हैं, जहां पर ध्यान दें, तो बिजली-सड़क-पानी के काम स्वतः सुगम हो जाते हैं. सीएम ने विजन 2030 के बारे में बताया कि वो चाहते हैं कि राजस्थान देश का नंबर वन प्रदेश बने. उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में देश में सबसे ज्यादा काम राजस्थान में हुआ है. यहां हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. 3 जिलों में केंद्र सरकार की स्कीम नहीं आई. तो प्रतापगढ़, राजसमंद, जालौर में राज्य सरकार मेडिकल कॉलेज खोल रही है. यही नहीं आजकल तो आईएएस अधिकारी भी सबसे ज्यादा राजस्थान से ही निकल रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि अब हर साल 500 बच्चे विदेश जाएंगे. उनमें से कुछ पढ़ लिख कर भीमराव अंबेडकर और जवाहरलाल नेहरू की तरह काम करेंगे, तो कोई बड़ा उद्योगपति बनेगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां से पहले उन्होंने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भी उद्घाटन किया. जो रेवेन्यू और एक्साइज के लिए पूरी तरह रिसर्च और एनालाइज करने वाली आधुनिक इमारत है. उसे देखकर लगेगा कि जयपुर किस दिशा में आगे बढ़ रहा है. आखिर में उन्होंने कहा कि आज कोई जातिवाद की बात करे, मीटिंग कर ले. वो अपनी जगह है. लेकिन जाति वही आगे बढ़ेगी, जिन में तालीम होगी, शिक्षा होगी.

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इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि जो सुविधाएं देश की जनता को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और इंडिया हैबिटेट सेंटर से मिलती हैं, वो सुविधाएं प्रदेशवासियों और बाहर के लोगों को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में मिलेंगी. यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन किए जा सकेंगे. 140 करोड़ रुपए खर्च कर नायाब चीज बनी है. यहां सभी तरह के प्रोविजन हैं. यह सीएम गहलोत की ओर से प्रदेशवासियों को एक अनुपम भेंट है. धारीवाल ने बीते दिनों कांग्रेस के विधायक अमीन कागजी की ओर से लगाए गए आरोप का जवाब देते हुए कहा कि कोटा का कोई मुकाबला हो सकता है.

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उधर, जेडीए आयुक्त रवि जैन ने बताया कि जयपुर और राजस्थान की जनता यहां बौद्धिक विचार विमर्श, कल्चर प्रोग्राम कर सकेंगे. लोगों को एग्जिबिशन, ऑडिटोरियम, कॉन्फ्रेंस आदि के लिए स्थान ढूंढना नहीं पड़ेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि भवन तो बन चुका है लेकिन इसका मैनेजमेंट, इसकी मेंबरशिप और भवन के संचालन को लेकर सब अगले 10 दिन में तय हो जाएगा. इसे प्राइवेट सेक्टर को हाउसकीपिंग के लिए भी दिया जा सकता है. उन्होंने दावा किया कि अगले साल का जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल भी यहीं होगा.

Last Updated : Apr 18, 2023, 9:52 AM IST
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