जयपुर. प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र को सुदृढ करने के लिए अहम निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 10 चिकित्सा महाविद्यालयों में विभिन्न श्रेणी के 685 चिकित्सकों के नवीन पदों के सृजन को (685 posts of doctors in Rajasthan medical colleges) मंजूरी दी है. इसके साथ ही दूसरे प्रस्ताव में चिकित्सा महाविद्यालयों, अस्पतालों एवं चिकित्सालयों के सुदृढीकरण के लिए 25 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है.
685 नवीन पद होंगे सृजित : प्रस्ताव के अनुसार, बाड़मेर चिकित्सा महाविद्यालय में आचार्य, सहआचार्य, सहायक आचार्य, वरिष्ठ प्रदर्शक, सीनियर रेजीडेंट एवं जूनियर रेजीडेंट के कुल 105 पद, चिकित्सा महाविद्यालय धौलपुर, श्रीगंगानगर, सिरोही एवं चित्तौड़गढ़ में आचार्य, सहआचार्य, सहायक आचार्य एवं सीनियर रेजीडेंट के कुल 140 पद (प्रत्येक में 35 पद) और चिकित्सा महाविद्यालय दौसा, करौली, अलवर, बूंदी एवं हनुमानगढ़ में आचार्य, सहआचार्य, सहायक आचार्य एवं सीनियर रेजीडेंट के कुल 440 पदों (प्रत्येक में 88 पद) का सृजन किया जाएगा. गहलोत की स्वीकृति से प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में विभिन्न श्रेणी के नवीन पदों का सृजन हो सकेगा तथा चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र का सुदृढीकरण हो सकेगा.
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25 करोड़ रुपये स्वीकृत : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों, संघटक अस्पतालों एवं जिला चिकित्सालयों में चिकित्सा शिक्षा की समुचित सुविधा उपलब्ध कराने और राजकीय सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए 25 करोड़ रुपये के अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया है. सीएम गहलोत के इस निर्णय से बीकानेर, अजमेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर जिले के चिकित्सा महाविद्यालयों सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और राजमेस (निदेशक, चिकित्सा शिक्षा) में विभिन्न नवीनीकरण कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग की और से कराए जाएंगे.
इस राशि से अस्पतालों में छत एवं शौचालय की मरम्मत और विद्युत संबंधी सभी आवश्यक कार्य (Creation of 685 posts of doctors in Rajasthan) होंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022-23 के बजट में चिकित्सा संस्थानों में सुदृढीकरण कार्य करवाकर चिकित्सा तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने की घोषणा की थी, जिसकी क्रियान्विति में उक्त स्वीकृति दी थी.