जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को विद्याधर नगर सेक्टर 4 में होमगार्ड निदेशालय का उद्घाटन किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश के होमगार्ड को बड़ी सौगात दी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की कि होमगार्डस का हर 5 साल में होने वाला सर्विस रिन्यूअल अब 15 साल में किया जाएगा.
विद्याधर नगर में 12 करोड़ रुपए की लागत से 4 मंजिला होमगार्ड निदेशालय का निर्माण किया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को इसका लोकार्पण किया और इसका जायजा भी लिया. उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अलावा पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव, स्थानीय विधायक नरपत सिंह राजवी, कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल, होमगार्ड डीजी उत्कल रंजन साहू सहित होमगार्ड्स के जवान और अन्य लोग मौजूद रहे. उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निदेशालय के उद्घाटन पर होमगार्ड के जवानों और अधिकारियों को बधाई दी.
उन्होंने कहा कि अब तक अधिकारी पुराने भवन में बैठे रहे थे, लेकिन अब खुद का नया भवन मिलने से अधिकारियों-कर्मचारियों को काम करने में आसानी होगी. गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं कि हर तरह से 2030 में राजस्थान नंबर वन बने और इस दिशा में हम काम भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के होमगार्ड की कई मांगे हैं, जो पूरी नहीं हो पा रहीं. हम लोग एक कमेटी बनाएंगे और यह कमेटी देश के अन्य राज्यों में होमगार्ड को मिल रही सुविधाओं की स्टडी करेगी और उसकी रिपोर्ट सरकार को देगी ताकि हम प्रदेश के होमगार्ड के लिए अच्छी से अच्छी सुविधा उपलब्ध करा सकें और उनको अच्छे से अच्छा मानदेय दे सकें.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कई बार होमगार्ड के सर्विस रिन्यूअल में परेशानी होती है. कई बार फिजिकल, स्वास्थ्य और पक्षपात के कारण उनको सर्विस रिन्यूअल में दिक्कत होती है. इस पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के होमगार्ड के लिए बड़ी घोषणा की और कहा कि हर 5 साल में सर्विस नवीकरण की व्यवस्था में बदलाव किया जाएगा और अब 15 साल में होमगार्ड को सर्विस रिन्यूअल कराना होगा. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद समारोह में मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए.
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चर्चा का विषय बना अशोक स्तंभः उद्घाटन समारोह में होमगार्ड निदेशालय के गेट पर बना राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ भी चर्चा का विषय बना. दरअसल 12 करोड़ की लागत से होमगार्ड निदेशालय का निर्माण किया गया है. इस निदेशालय का दरवाजा कांच का बनाया गया है और दो पल्लो में है. दरवाजे के दो पल्लों के बीच में अशोक स्तंभ बनाया गया है. जैसे ही दरवाजा खुलता है, तो अशोक स्तंभ के दो टुकड़े हो जाते हैं जिस पर होमगार्ड के अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया. इस तरह से अशोक स्तंभ के दो टुकड़े होने से आम जनता की भावनाएं भी आहत हुईं. होमगार्ड डीजी उत्कल रंजन साहू ने अशोक स्तंभ को इस तरह से दरवाजे पर लगाने की गलती मानी और आज ही इसे हटाने का आश्वासन दिया.