जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बनाए गए कर्नल केसरी सिंह के पुराने बयानों के वीडियो वायरल होने के बाद यह नियुक्ति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गले की फांस बन गई है. वीडियो वायरल होने के चलते अब जाट समाज उनका विरोध भी कर रहा है. लगातार बढ़ रहे विवाद के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बैकफुट पर आ गए. उन्होंने कर्नल केसरी सिंह की नियुक्ति को लेकर अफसोस जताते हुए कहा कि आर्मी बैकग्राउंड के व्यक्ति को लेने और मकराना से हमारे खिलाफ कोई कांग्रेस से टिकट मांगने वाला चुनाव नहीं लड़े इस लालच में मुझसे गलती हो गई.
ऐसा व्यक्ति स्वीकार्य नहीं : शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि हम उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनसे मुलाकात भी नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति आर्मी में 22 साल सर्विस देने वाला हो, तो यही लगता है कि वह देश प्रेम और देश के लिए मर मिटने के लिए तैयार रहता है. उसके लिए जाति, धर्म, वर्ग सब पीछे रह जाते है. अगर रिटायरमेंट के बाद कोई आर्मी का व्यक्ति इस तरह जाति के हिसाब से बात करे तो ऐसा व्यक्ति स्वीकार्य नहीं हो सकता. इसकी हम निंदा भी करते हैं. बता दें कि वायरल वीडियो में कर्नल केसरी सिंह जाति विशेष पर टिप्पणी कर रहे थे.
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे : शुक्रवार को कांग्रेस वार रूम के बाहर स्थानीय विधायकों के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच सीएम गहलोत गाड़ी रोककर, उनके बीच पहुंच गए. सीएम ने उनकी बात भी सुनी और उनके ज्ञापन भी लिए.