जयपुर. राजस्थान विश्विद्यालय में आवास आवंटित में अनियमितताओं को लेकर ईटीवी भारत ने 'RU में वरिष्ठता की सूची को लांघकर नए कर्मचारियों को दिए जा रहे आवास' शीर्षक से खबर को प्रकाशित की थी. जिसके बाद हरकत में आए आरयू प्रशासन ने रहा लिपिक ग्रेड प्रथम कर्मचारी रमेश डाबोरिया की मांग पूरी की है.
दरअसल, ईटीवी भारत ने राजस्थान विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को आवास आवंटन को लेकर अनियमितता के मुद्दे को उठाया था. विश्वविद्यालय में कार्यरत रहा लिपिक ग्रेड प्रथम कर्मचारी रमेश डाबोरिया आवास की मांग को लेकर पिछले 19 वर्ष से संघर्ष कर रहा था. अब विवि प्रशासन ने डाबोरिया को कुलपति कोटे में अस्थायी रूप से तीन महीने के लिए आवास आवंटित किया है. कुलपति आरके कोठारी द्वारा जारी हुए आदेश में ये साफ किया गया है कि कर्मचारी रमेश डाबोरिया को दस दिन के भीतर अपने दस्तावेज पेश करने होंगे अन्यथा आवंटित आवास का आवंटन रद्द कर दिया जाएगा.
लिपिक ग्रेड प्रथम रमेश डाबोरिया ने भी इस बात को माना है कि पिछले 19 साल से विश्वविद्यालय प्रशासन मेरी मांग पर ध्यान नहीं दे रहा था, लेकिन मामला मीडिया में आने के बाद इस पर ध्यान दिया गया है. रमेश ने कहा है कि फिलहाल मुझे अस्थायी रूप से आवास आवंटित किया गया है, लेकिन प्रशासन से मेरी स्थाई आवासी की मांग जारी रहेगी.