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एग्जाम ड्यूटी में कम मानदेय और बोर्ड परीक्षाओं के बीच Home exams पर शिक्षकों ने उठाए सवाल, की ये मांग - Clash between board and home exams

प्रदेश में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के बीच होम एग्जाम और प्रतियोगी परीक्षा के दौरान ड्यूटी के मानदेय पर शिक्षक संगठनों ने सवाल उठाए हैं.

Clash between board and home exams, teachers demand change in Shivira Panchang 2023
एग्जाम ड्यूटी में कम मानदेय और बोर्ड परीक्षाओं के बीच Home exams पर शिक्षकों ने उठाए सवाल, की ये मांग
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Published : Mar 1, 2023, 8:43 PM IST

जयपुर. प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने बोर्ड की परीक्षा के बीच होम एग्जाम शुरू होने पर सवाल उठाए हैं. उनका तर्क है कि अब तक बोर्ड के एग्जाम के 2 दिन बाद होम एग्जाम होते आए हैं. ऐसे में शिविरा पंचांग में दी गई तिथियों में संशोधन किया जाना चाहिए. वहीं शिक्षकों ने फरवरी महीने के 12 दिन प्रतियोगिता परीक्षाओं में लगी ड्यूटी के चलते चारों रविवार का अवकाश नहीं मिलने और ड्यूटी के एवज में मिलने वाले कम मानदेय पर भी सवाल उठाए हैं.

फरवरी के 28 में से 12 दिन शिक्षकों ने बतौर वीक्षक प्रतियोगिता परीक्षाओं में ड्यूटी दी. इनमें 4 दिन आरपीएससी की ओर से कराई गई द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा-संस्कृत शिक्षा और 8 दिन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कराई गई समान पात्रता परीक्षा कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर और तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई. इन परीक्षाओं में फरवरी के चारों रविवार शिक्षकों को अवकाश नहीं मिला. यही नहीं प्रतियोगिता परीक्षा में ड्यूटी के एवज में मिलने वाला भुगतान भी महज 250 रुपए ही दिया गया. जो इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत अकुशल मजदूर को दिए जाने वाले मेहनताने से भी कम है.

पढ़ें: 8th Board Exam 2023: 21 मार्च से शुरू होगी आठवीं बोर्ड परीक्षाएं, पहला पेपर अंग्रेजी विषय का, देखें पूरा टाइम टेबल

शिक्षकों का आरोप है कि अवकाश नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ना तो उनके घर के काम हुए, वहीं एग्जाम सेंटर आने-जाने में भी जो खर्च हुआ उतना मानदेय भी एग्जाम ड्यूटी के दौरान नहीं दिया गया. हालांकि कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने शिक्षकों के मानदेय को बढ़ाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे जाने की बात कही.

उधर, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 3 अप्रैल को महावीर जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने के कारण 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तिथि में बदलाव कर इसे 4 अप्रैल करने का फैसला लिया जिसके बाद अब 9वीं, 11वीं और पहली से 7वीं तक की वार्षिक परीक्षाओं की तारीखों में बदलाव किए जाने की भी शिक्षक संगठनों ने मांग उठाई है. दरअसल, शिक्षा विभाग बोर्ड की परीक्षाएं खत्म होने के दो दिन के बाद से होम एग्जाम करवाता आया है. लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया है.

पढ़ें: डोटासरा से शिक्षकों की नोकझोंक के बाद बड़ा फैसला, शिक्षक संगठनों को गिरदावरी कर दी जाएगी मान्यता

कक्षा 10वीं, 12वीं, 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं होम एग्जाम्स की तारीखें से क्लेश कर रही हैं. कक्षा 5 की बोर्ड परीक्षा 21 मार्च से शुरू होगी और 8 अप्रैल तक चलेगी, जबकि 8वीं कक्षा की परीक्षाएं 21 मार्च से शुरू होकर 8 अप्रैलै को खत्म होंगी. इसी तरह 10वीं की परीक्षाएं 16 मार्च से 11 अप्रैल तक और 12वीं की परीक्षाएं 9 मार्च से 12 अप्रैल तक चलेंगी. वहीं शिविरा पंचांग 2022-23 के अनुसार कक्षा 1 से 7, 9 और 11 की वार्षिक परीक्षाएं 6 से 25 अप्रैल तक प्रस्तावित हैं. ऐसे में राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ ने परीक्षाओं की तिथि में संशोधन की भी मांग की है.

पढ़ें: नई शिक्षा नीति के विरोध में उतरे शिक्षक संगठन, जिला कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

आपको बता दें कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा 2023 के सत्रांक विद्यालय बुधवार से आगामी 30 मार्च तक बोर्ड वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध कराए गए लिंक पर भर सकेंगे. 12वीं की परीक्षा में 10 लाख 31 हजार 72 जबकि 10वीं परीक्षा में 10 लाख 68 हजार 383 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. जिनके लिए 6081 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 49 संवेदनशील और 24 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र हैं. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर 5464 परीक्षा केंद्रों के प्रश्न पत्र पुलिस थाने में, 330 परीक्षा केंद्रों के प्रश्न पत्र पुलिस चौकी में और 48 परीक्षा केंद्रों के प्रश्न पत्र पुलिस लाइन में रखे जाएंगे.

जयपुर. प्रदेश के शिक्षक संगठनों ने बोर्ड की परीक्षा के बीच होम एग्जाम शुरू होने पर सवाल उठाए हैं. उनका तर्क है कि अब तक बोर्ड के एग्जाम के 2 दिन बाद होम एग्जाम होते आए हैं. ऐसे में शिविरा पंचांग में दी गई तिथियों में संशोधन किया जाना चाहिए. वहीं शिक्षकों ने फरवरी महीने के 12 दिन प्रतियोगिता परीक्षाओं में लगी ड्यूटी के चलते चारों रविवार का अवकाश नहीं मिलने और ड्यूटी के एवज में मिलने वाले कम मानदेय पर भी सवाल उठाए हैं.

फरवरी के 28 में से 12 दिन शिक्षकों ने बतौर वीक्षक प्रतियोगिता परीक्षाओं में ड्यूटी दी. इनमें 4 दिन आरपीएससी की ओर से कराई गई द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा-संस्कृत शिक्षा और 8 दिन राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कराई गई समान पात्रता परीक्षा कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर और तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा हुई. इन परीक्षाओं में फरवरी के चारों रविवार शिक्षकों को अवकाश नहीं मिला. यही नहीं प्रतियोगिता परीक्षा में ड्यूटी के एवज में मिलने वाला भुगतान भी महज 250 रुपए ही दिया गया. जो इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत अकुशल मजदूर को दिए जाने वाले मेहनताने से भी कम है.

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शिक्षकों का आरोप है कि अवकाश नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ना तो उनके घर के काम हुए, वहीं एग्जाम सेंटर आने-जाने में भी जो खर्च हुआ उतना मानदेय भी एग्जाम ड्यूटी के दौरान नहीं दिया गया. हालांकि कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने शिक्षकों के मानदेय को बढ़ाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे जाने की बात कही.

उधर, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 3 अप्रैल को महावीर जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने के कारण 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तिथि में बदलाव कर इसे 4 अप्रैल करने का फैसला लिया जिसके बाद अब 9वीं, 11वीं और पहली से 7वीं तक की वार्षिक परीक्षाओं की तारीखों में बदलाव किए जाने की भी शिक्षक संगठनों ने मांग उठाई है. दरअसल, शिक्षा विभाग बोर्ड की परीक्षाएं खत्म होने के दो दिन के बाद से होम एग्जाम करवाता आया है. लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया है.

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कक्षा 10वीं, 12वीं, 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं होम एग्जाम्स की तारीखें से क्लेश कर रही हैं. कक्षा 5 की बोर्ड परीक्षा 21 मार्च से शुरू होगी और 8 अप्रैल तक चलेगी, जबकि 8वीं कक्षा की परीक्षाएं 21 मार्च से शुरू होकर 8 अप्रैलै को खत्म होंगी. इसी तरह 10वीं की परीक्षाएं 16 मार्च से 11 अप्रैल तक और 12वीं की परीक्षाएं 9 मार्च से 12 अप्रैल तक चलेंगी. वहीं शिविरा पंचांग 2022-23 के अनुसार कक्षा 1 से 7, 9 और 11 की वार्षिक परीक्षाएं 6 से 25 अप्रैल तक प्रस्तावित हैं. ऐसे में राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ ने परीक्षाओं की तिथि में संशोधन की भी मांग की है.

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आपको बता दें कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा 2023 के सत्रांक विद्यालय बुधवार से आगामी 30 मार्च तक बोर्ड वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध कराए गए लिंक पर भर सकेंगे. 12वीं की परीक्षा में 10 लाख 31 हजार 72 जबकि 10वीं परीक्षा में 10 लाख 68 हजार 383 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं. जिनके लिए 6081 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 49 संवेदनशील और 24 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र हैं. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर 5464 परीक्षा केंद्रों के प्रश्न पत्र पुलिस थाने में, 330 परीक्षा केंद्रों के प्रश्न पत्र पुलिस चौकी में और 48 परीक्षा केंद्रों के प्रश्न पत्र पुलिस लाइन में रखे जाएंगे.

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