चाकसू (जयपुर). बदलते समय के साथ साथ बेटे और बेटियों में फर्क खत्म करने की पहल चाकसू के बैरवा समाज ने की है. यहां क्षेत्र के वार्ड नम्बर 26 कुंडारा कॉलोनी में हीरालाल बैरवा की मौत होने पर मंगलवार को बेटी मीना कुमारी के सिर पर पिता की पगड़ी बांधी गई. बैरवा समाज ने बेटी के सिर पगड़ी बांध कर बेटियों को पुत्र के समान दर्जा देकर मिसाल पेश की है.
समाज के प्रबुद्ध एवं नगर पालिका के चेयरमैन कमलेश बैरवा की जानकारी के अनुसार वार्ड नम्बर 26 कुंडारा कॉलोनी चाकसू में हीरालाल बैरवा का बीमारी के चलते निधन हो गया था. हीरालाल के कोई पुत्र नहीं हैं, सिर्फ इकलौती बेटी मीना कुमारी ही हैं. मृत्यु के बाद बारह दिन होने पर मंगलवार को पगड़ी दस्तूर को लेकर समाज में चर्चा हुई. इसके बाद बेटा-बेटी को एक समान दर्जा देते हुए समाज के लोगों ने इकलौती बेटी मीना कुमारी के सिर पर पिता की पगड़ी बांधने का निर्णय किया.
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इस कार्यक्रम में मृतक के रिश्तेदार भी शामिल हुए. नगर पालिका पार्षद दयाराम कुंडारा ने बताया कि इस समय बेटियां बेटों से बढ़कर मां-बाप की सेवा कर रही हैं. बेटियां भी बेटों की तरह हर क्षेत्र में काम कर नाम कमा रही हैं तो गांवों में भी बेटियों को बेटों के समान दर्जा मिलना चाहिए. इस मौके पर बैरवा समाज विकास समिति अध्यक्ष रामवतार बैरवा, चाकसू नगर पालिका चेयरमैन कमलेश बैरवा, पार्षद दयाराम कुंडारा, पंडित कन्हैया लाल, गोपाल ठेकेदार, रामस्वरूप बैरवा, धर्मराज बैरवा, मुकेश लकवाल, सीताराम बोहरिया, रामफूल गंगवाल, पूर्व पटवारी श्रीनारायण गोठवाल आदि मौजूद थे.